नई दिल्ली विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा कि सरकार संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के आजमान में व्यापारिक जहाजों में फंसे 41 भारतीय नाविकों को सुरक्षित निकालने के लिए कदम उठा रही है।
सुषमा ने यह भी कहा कि यूएई स्थित भारतीय दूतावास को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि नाविकों को जरुरी चीजों की आपूर्ति मिले। उन्होंने कहा कि उन्हें निकालने के प्रयास जारी हैं।
खबरों के अनुसार यूएई में चार व्यापारिक जहाजों पर कार्यरत 41 भारतीय नाविक यूएई के अजमान में समुद्र में छोड दिये गए चार जहाजों पर फंसे हुए हैं। यह भी कहा गया है कि इनमें से दो जहाज के डूबने का खतरा उत्पन्न हो गया है।कंपनी के मालिक ने कथित तौर पर नाविकों को छोड दिया है जो अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
सुषमा ने ट्वीट किया, ‘‘हमने दोनों जहाजों के कैप्टेन, जहाज मालिकों, बंदरगाह अधिकारियों और सरकार से सम्पर्क किया है। उनके पास अगले दो सप्ताह के लिए जरुरी सामानों की आपूर्ति है। हम उनके बकाये चुकाने और चालक दल के सदस्यों को छुडाने के लिए मदद कर रहे हैं।
” उन्होंने कहा, ‘‘मैंने दूतावास से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि भारतीय नाविकों को जरुरी चीजों की आपूर्ति के लिए परेशानी नहीं हो।” नाविक केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, तमिलनाडु और आंध प्रदेश के हैं।
गत छह जनवरी को सुषमा ने ट्वीट का जवाब दिया था जिसमें नाविकों को निकालने का अनुरोध किया गया था। सुषमा ने मुद्दे का समाधान का वादा किया था।
सुषमा का ध्यान जब तेलंगाना के 500 युवाओं के इराक में फंसे होने की ओर आकृष्ट किया गया था तब उन्होंने कहा था कि उनकी संख्या बहुत कम है। उन्होंने कहा कि फंसे सभी भारतीयों को इरबिल स्थित हमारे वाणिज्य दूतावास से सम्पर्क करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इराक से रिपोर्ट मिली है। संख्या 500 नहीं बहुत कम है। हम फंसे 52 भारतीयों को स्वदेश लाये हैं। हमें चार और से अनुरोध मिले हैं। फंसे सभी कर्मियों को इरबिल स्थित हमारे वाणिज्य दूतावास से सम्पर्क करना चाहिए।