प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2019 लोकसभा चुनाव के लिए बनाए गए महागठबंधनपर रविवार को हमला करते हुए इसे विभिन्न राजनीतिक पार्टियों का ‘निजी अस्तित्व’ बचाने के लिए किया गया ‘नापाक गठबंधन’ करार दिया. मोदी ने तमिलनाडु में चेन्नई मध्य, चेन्नई उत्तर, मदुरई, तिरुचिरापल्ली और तिरूवल्लुर निर्वाचन क्षेत्रों के बीजेपी के बूथ कार्यकर्ताओं से वीडियो संबोधन के जरिए कहा कि लोग ‘धनाढ्य वंशों के एक बेतुके गठबंधन’ को देखेंगे.

प्रधानमंत्री ने कहा कि महागठबंधन के प्रमुख घटक तेलुगू देशम पार्टी का गठन कांग्रेस की ज्यादती के खिलाफ दिवंगत मुख्यमंत्री एनटी रामाराव ने किया था लेकिन अब पार्टी कांग्रेस से हाथ मिलाने का इच्छुक है. पीएम मोदी ने कहा कि महागठबंधन में कुछ पार्टियों ने समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया से प्रेरित होने का दावा किया है लेकिन वे (लोहिया ने) स्वयं कांग्रेस की विचाराधारा के खिलाफ थे.
उन्होंने कहा कि आज कई लोग महागठबंधन की बात कर रहे हैं. गठबंधन निजी अस्तित्व को बचाने के लिए है और विचारधारा-आधारित समर्थन नहीं है. गठबंधन सत्ता के लिए है, जनता के लिए नहीं. यह गठबंधन व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं के लिए है, लोगों की आकांक्षाओं के लिए नहीं.’’ पीएम ने कहा कि गठबंधन के कई दलों और नेताओं का कहना है कि वह लोहिया से प्रेरित हैं ‘‘जो स्वयं कांग्रेस विरोधी थे.’’
उन्होंने किसी का प्रत्यक्ष तौर पर जिक्र किए बिना कहा कि गठबंधन के कई नेताओं को आपातकाल के दौरान गिरफ्तार तथा प्रताड़ित किया गया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के ‘‘पारिस्थितिकी तंत्र’’ से किसी को नहीं बख्शा. उन्होंने दिवंगत मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन की अन्नाद्रमुक सरकार की 1980 में की गई बर्खास्तगी का भी हवाला दिया, जबकि रामचंद्रन को लोगों का समर्थन प्राप्त था. महागठबंधन 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों द्वारा बनाया गया गठबंधन हैं.
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