गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेवालाल गुप्त गुरुकुल विद्यालय में नवनिर्मित सभागार, प्रशासनिक भवन और पांच कक्षाओं का लोकार्पण किया। उन्होंने गुरुकुल के पुनरुद्धार के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण को एक करोड़ पांच लाख रुपये के सीएसआर फंड के तहत किए गए निर्माण कार्य के लिए बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने गुरुकुलों में यज्ञ और हवन की परंपरा को पुनर्जीवित करने का आग्रह करते हुए कहा कि शिक्षा और अध्यात्म का समावेश अराजकता से मुक्ति का मार्ग है। उन्होंने यह भी कहा कि गुरुकुलों में आध्यात्मिक वातावरण बनाए रखना आवश्यक है, जो पठन-पाठन के बेहतर परिणामों को सुनिश्चित करता है।
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स्किल डेवलपमेंट और उद्यमिता पर जोर
योगी आदित्यनाथ ने गुरुकुल विद्यालय को शिक्षा के साथ-साथ स्किल डेवलपमेंट और उद्यमिता को बढ़ावा देने का निर्देश दिया, ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे और सभी आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने कहा कि ये प्रयास भारत को विकसित भारत बनाने में सहायक होंगे।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और संसाधनों का विकास
गोरखपुर गुरुकुल विद्यालय की स्थापना 1935 में हुई थी और यह समय-समय पर विभिन्न चुनौतियों का सामना करता रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब नए निर्माण के साथ इसे फिर से प्रतिष्ठित किया जा रहा है।
शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार की प्रतिबद्धता
योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार की शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता को दोहराया, साथ ही पीएम मोदी की राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उल्लेख किया, जो छात्रों के सर्वांगीण विकास पर केंद्रित है।
कार्यक्रम में सांसद रवि किशन शुक्ल, महापौर मंगलेश श्रीवास्तव, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों के साथ बातचीत की और पौधरोपण किया।