Assistant Professor Exam Fraud: उत्तर प्रदेश में शिक्षा विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की बड़ी कोशिश को STF ने विफल कर दिया है। 21 अप्रैल 2025 को लखनऊ पुलिस और STF की टीम ने फर्जी अभ्यर्थियों की मदद कर परीक्षा दिलाने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य फोफू कुमार यादव को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तारी लखनऊ के छिवट थाना क्षेत्र स्थित CISF परिसर, फ्रेंच कैनल के पास से हुई।
बरामद सामग्री:
गिरफ्तार अभियुक्त फोफू कुमार यादव, निवासी जिला जौनपुर, वर्तमान में धारा-509, Xmart Enclave, बख्शी का तालाब, लखनऊ में रह रहा था। उसके पास से पुलिस ने निम्न वस्तुएं बरामद कीं:
- ₹1,00,000 नकद (धोखाधड़ी से प्राप्त)
- ₹1,250 की टॉपर रोल पर्ची
- 41 नकली Admit Cards
- 1 फर्जी आधार कार्ड
- 2 मोबाइल फोन
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गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि:
सूचना मिली थी कि प्रदेश में चल रही विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जी अभ्यर्थियों के माध्यम से नकल और चयन में धांधली की जा रही है। STF को इनपुट मिला कि 16 और 17 अप्रैल 2025 को आयोजित असिस्टेंट प्रोफेसर परीक्षा में भी इस गिरोह ने कई फर्जी कैंडिडेट भेजे थे।
STF लखनऊ के निरीक्षण में एक विशेष टीम द्वारा की गई गुप्त जांच और तकनीकी निगरानी के बाद, 20 अप्रैल को अभियुक्त को चिन्हित किया गया और 21 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया।
आरोपी का कबूलनामा:
पूछताछ में फोफू यादव ने बताया कि वह 2022 में भी असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर चयनित हुआ था, और वर्तमान में केकेसी कॉलेज, लखनऊ में कार्यरत है।
उसने बताया कि उसने फर्जी पहचान और ID कार्ड के जरिए अभ्यर्थियों को परीक्षा दिलाई। खुद को शिक्षा आयोग का कर्मचारी बताकर विश्वास में लिया जाता था। गिरोह के अन्य सदस्यों के नामों की पहचान कर ली गई है।
दर्ज मुकदमा और धाराएं:
अभियुक्त के खिलाफ थाना छिवट, लखनऊ में FIR संख्या 181/2025 में IPC की धाराएं 419(2), 318(4), 319(2), 336(3), 338, 340(2) व अन्य IT एक्ट की धाराएं लगाई गई हैं। आगे की विधिक कार्रवाई जारी है।