चुनार (मीरजापुर): यू.पी.एस.सी. की वर्ष 2024 की प्रतियोगी परीक्षा में अखिल भारतीय रैंकिंग में प्रथम स्थान हासिल करने वाली छात्रा शक्ति दूबे को पांडेय बेचन शर्मा उग्र की धरती चुनार में सम्मानित किया गया। वरिष्ठ संपादक-समीक्षक राजीव कुमार ओझा ने शक्ति दूबे को उनके नैनी स्थित पैतृक आवास पर शाल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर श्री ओझा ने शक्ति को इस मुकाम तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली उनकी माता श्रीमती प्रेमा देवी को भी स्मृति चिन्ह प्रदान कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शक्ति के दारोगा पिता देवेंद्र दूबे को भी बधाई दी, जिन्होंने पुलिस सेवा में रहते हुए शक्ति के पठन-पाठन की उत्तम व्यवस्था सुनिश्चित की।
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श्री ओझा ने शक्ति दूबे को सलाह दी कि वे अपने कर्मक्षेत्र में जनसरोकारी भूमिका निभाएं और कार्यरत एवं सेवा निवृत्त सीनियर आईएएस अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त करें। उन्होंने विंध्याचल मंडल के लोकप्रिय कमिश्नर और लेबर कोर्ट वाराणसी के जज रहे श्री के.एम. पांडेय से टॉपर बिटिया की मोबाइल से बात कराई और निवेदन किया कि वे अपने अनुभव साझा कर समय-समय पर मार्गदर्शन करते रहें।
मूलतः बलिया की रहने वाली शक्ति दूबे ने यू.पी.एस.सी. की वर्ष 2024 की प्रतियोगी परीक्षा में सफल 1009 परीक्षार्थियों में से प्रथम स्थान हासिल किया। उनकी स्नातक तक की शिक्षा इलाहाबाद से और बायोकेमिस्ट्री की परास्नातक शिक्षा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से हुई है। गत वर्ष की यू.पी.एस.सी. की प्रतियोगी परीक्षा में शक्ति ने सफलता हासिल की थी, लेकिन साक्षात्कार तक पहुँचकर वह अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाई थीं।
शक्ति ने हिम्मत नहीं हारी और निराशा को अपने जज्बे पर हावी नहीं होने दिया। इस वर्ष की टॉपर बनकर उन्होंने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों को प्रेरक संदेश दिया कि लक्ष्य हासिल करने के लिए आत्मबल बनाए रखना आवश्यक है।
उक्त अवसर पर लखनऊ यूनिवर्सिटी के मेधावी रिसर्च स्कॉलर सुमित मिश्रा, पत्रकार आत्मा त्रिपाठी और बृजेश साहू भी श्री ओझा के साथ उपस्थित रहे।
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