चंडीगढ़ । हरियाणा में जेबीटी भर्ती घोटाले में सजा काट रहे इनेलो के पूर्व सांसद अजय चैटाला की पैरोल याचिका पर गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। चैटाला को इस मामले में राहत नहीं मिली है। साथ ही कोर्ट ने दिल्ली सरकार और तिहाड़ जेल प्राधिकरण को नोटिस जारी कर चैटाला की ताजा मेडिकल रिपोर्ट मांगी है। गौरतलब है कि जेबीटी टीचर भर्ती मामला हरियाणा का सबसे चर्चित मामला है। दरअसल, जब इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ उस समय इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के नेता ओम प्रकाश चैटाला सीएम थे और शिकायत के बाद उनके सीएम रहते ही सीबीआई ने इस मामले की जांच शुरू कर दी थी। इस मामले का खुलासा एक सीनियर आईएस अधिकारी संजीव कुमार ने किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि जेबीटी टीचर भर्ती मामले में भारी अनियमितताएं हुई हैं। उनके आरोप के बाद सीबीआई जांच के बाद निचली अदालत में उन्हें दोषी माना था और जेबीटी अध्यापक भर्ती घोटाला मामले में दोषी साबित होने के बाद दस साल की सजा सुनाई गई थी। अब वह अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चैटाला के साथ तिहाड़ जेल में सजा काट रहे हैं। पहले ओपी चैटाला ने मेडिकल ग्राउंड पर पैरोल मांगी, जिस पर काफी खींचतान के बाद कोर्ट से पैरोल मिली थी। अब अजय चैटाला भी घुटने का ऑपरेशन करवाने के लिए दो महीने की पैरोल मांग रहे हैं, लेकिन इसको लेकर विरोध कर रही दिल्ली सरकार का तर्क है कि वह फाइव स्टार होटल में सजा पूरी करना चाहते हैं। बीते अप्रैल माह में जब याचिका खारिज हुई तो दिल्ली हाईकोर्ट में हुई सुनवाई में दिल्ली सरकार के वकील ने कहा था कि अजय चैटाला अपनी 1 साल 2 महीने की सजा में से 7 महीने अस्पताल में रहे हैं। उसके बाद से अब तक कई बार दिल्ली सरकार के वकील की तरफ से यही दलील दोहराई जा चुकी है। अब फिर वह मेडिकल ग्राउंड पर 2 महीने की पैरोल मांग रहे हैं। असल वजह की बात करें तो अजय चैटाला अपनी पूरी सजा होटल में काटना चाहते हैं, इसलिए बार-बार पैरोल चाहते हैं। गुरुवार को इस मामले में पुनर्विचार याचिका पर फिर से सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने दिल्ली सरकार और तिहाड़ जेल प्राधिकरण को नोटिस जारी निर्देश दिए हैं कि अजय चैटाला की लेटेस्ट मेडिकल रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। अब इस मामले में अगली सुनवाई 26 अगस्त निर्धारित की गई है।