लखनऊ। परिवहन निगम के अधिकारी अपने मंत्री के ही आदेश को ठेंगा दिखाने पर उतारु हैं। परिवहन मंत्री यासर शाह द्वारा यात्रियों को सौगात देते हुए रैपिड लाइन बसों में वापसी यात्रा का टिकट लेने पर किराए में दस प्रतिशत छूट देने की घोषणा बीती 30 जुलाई को स्थापना दिवस कार्यक्रम में की थी, लेकिन अब यह सौगात यात्रियों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। यात्री दस प्रतिशत किराए के छूट के लालच में बसों में वापसी का टिकट भी खरीद रहे हैं, लेकिन बावजूद इसके अभी तक उन्हें किराए में छूट देने की शुरुआत नहीं हो पाई है। जिससे यात्री अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। वहीं सूत्रों की मानें तो अभी रैपिड लाइन बसों के किराए में छूट देने का कोई आदेश मुख्यालय की ओर से किसी अधिकारी को दिया ही नहीं गया, जिसके कारण अधिकारी भी यात्रियों को किराए में छूट नहीं दे पा रहे हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए परिवहन निगम के सेवा प्रबंधक अजीत सेठ ने बताया कि रैपिड लाइन बसों में यात्रियों को किराए में छूट देने के लिए टिकटिंग मशीन में विशेष बदलाव किए जाने हैं। निगम प्रशासन अब टिकटिंग मशीनों में नया साफ्टवेयर डालकर उससे यात्रियों को छूट देने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई की जल्दी ही टिकटिंग मशीन में बदलाव कर दिया जाएगा जिससे यात्रियों को आसानी से वापसी यात्रा के किराए में 10 प्रतिशत की छूट मिल सके।