पन्ना। एक ही आतिशबाज के यहां पर दो वर्ष के अंदर यह दूसरा भीषण विस्फोट है। गत दिसम्बर 2014 में पन्ना के ठीक मध्य में बसे मोहल्ला किशोरगंज में इसी आतिशबाज के रिहाइशी मकान में भीषण विस्फोट हुआ था जिसमें नीरज के पिता सीताराम की मौत हो गयी थी और घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। उस समय भी पन्ना के अतिव्यस्तम इलाके किशोरगंज में खुले आम प्रशासनिक सरंक्षण में भारी में में पटाखा के भण्डारण के चलते उक्त हादसा हुआ था, जिसमें एक की मौत हुई थी और पड़ोसियों के मकानों तक को क्षति पहुंची थी।
लोगों ने बताया कि जिस भण्डारण गोदाम में विस्फोट हुआ है, वहां पर भारी मात्रा में विस्फोटक बारूद एवं पटाखा तथा अन्य आतिशबाजी के आयटम रखे थे और यहां पर पटाखे अन्य आतिशबाजी सामग्री का निर्माण भी यहां होता था, जिसमें मकान के नीचे तलघरे भी बने होने की बात लोगों ने बताई। आखिर भण्डारण के नाम पर यहां पर लम्बे समय से पटाखा निर्माण होता रहा और अनुमति से कई गुना अधिक विस्फोटक सामग्री रही और कभी प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नही दिया, इसी का परिणाम हुआ कि यह पुन: बड़ा हादसा हो गया।