नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुरे समय से गुजर रही बीते समय की मशहूर कथक, भरतनाट्यम और कथकली नृत्यांगना तारा बालगोपाल की हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है। एक समय देश का गौरव रही 81 वर्षीय तारा बालगोपाल बेहद गरीबी के दौर से गुजर रही हैं। जैसे-तैसे उनका गुजारा होता है। एक समय वह भी था जब उनके सम्मान में भारत सरकार ने डाक टिकट जारी किया था और आज वह दूसरों पर आश्रित हैं।एक व्यक्ति ने ट्वीटर के जरिए यह बात विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तक पहुंचाई क्योंकि वह सोशल नेटवर्किंग साइट पर सबसे ज्यादा सक्रिय रहने वाली नेताओं में से एक हैं। उस व्यक्ति ने ट्वीट किया, ‘ मैडम मुझे नहीं पता कि आपको इस बात से कितना फर्क पड़ेगा लेकिन फिर मैं कहना चाहूंगा कि तारा बालगोपाल को आपके सहयोग की जरूरत है ‘। सुषमा ने तत्काल ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, ‘ मैं तारा बालगोपाल से संपर्क करूंगी और उनकी मदद करूंगी। मेरी जानकारी में यह बात लाने के लिए धन्यवाद ‘।
तारा बालगोपाल दिल्ली के जर्जर हो चुके मकान में अकेले ही बदहाल और एकाकी जीवन जी रही हैं। उन्होंने 1960 में संसद में नृत्य का हुनर दिखाया था। भारत सरकार ने 1962 में उनके नाम पर एक रुपए का डाक टिकट भी जारी किया था। इसके अलावा वह दिल्ली विश्वविद्यालय के राजधानी कॉलेज में अंग्रेजी में रीडर के पद पर कार्यरत थी। सेवानिवृत्ति के बाद विश्वविद्यालय ने उनके बकाया भुगतान नहीं किया। 2010 में पति के निधन के बाद वह तन्हा जिंदगी गुजार रही हैं। उनका कोई भी आगे पीछे नही है तथा सेवानिवृत्त के बाद से उन्हें पेंशन भी नही मिली।
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