लखनऊ। समाजवादी सरकार के अधिकृत विज्ञापनों में उत्तर प्रदेश को उम्मींदो का प्रदेश बताना जनता के साथ भद्दा मजाक एवं धोखेबाजी की अजीब मिसाल है। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डा0 मसूद अहमद ने एक बयान में कहा कि अन्य बुनियादी आवश्यकताओं को यदि छोड़ भी दिया जाय तो शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति घोर अव्यवस्था एवं लापरवाही देखने को मिल रही है। उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य विभाग में सरकार की नाक के नीचे राजधानी में एक माह से अधिक समय से डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी फैली हुयी है और अस्पतालों में देख रेख की व्यवस्था केवल उम्मीद पर टिकी है। स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस या तो व्यक्तिगत कामों में लगी है या फिर उनके ड्राइवरों के वेतन का कागजी बंदरबांट हो रहा है यही कारण है कि कानपुर में पिता अपने कन्धे पर लड़के को लादकर दौड़ता रहा और अंत में इलाज के अभाव में पुत्र ने दम तोड़ दिया। क्या इस पिता की भरपाई सरकार के मुखिया द्वारा अस्पताल के सीएमएस के निलम्बन से पूरी हो सकेगी।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की हजारों एकड़ फसलें बाढ़ की विनाश लीला में बरबाद हो गई है जिससे किसानों का असीमित नुकसान हुआ है। यदि 15 दिन के अन्दर किसानों की फसलों का आंकलन कराकर उनको मुआवजा देने की कार्यवाही नहीं हुयी तो राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता धरना प्रदर्षन के लिए बाध्य होंगे।
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