गोरखपुर। धार्मिक व मजहबी आयोजन की आंड में दुश्मन देश के समर्थन में नारेबाजी करना व दुश्मन देश के झण्डे को लहराना देशद्रोह की श्रेणी में आता है। प्रशासन ऐसे तत्वों के साथ सख्ती से पेश आए। उक्त चेतावनी गोरक्षपीठाधीश्वर एवं गोरखपुर के सांसद महन्त योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के विभिन्न भागों में मोहर्रम जलूस के नाम पर हुई उदण्डता पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दी।
उन्होंने कहा कि दुनिया के अन्दर किसी मत, सम्प्रदाय, पंथ एवं मजहब से जुड़े हुए आयोजनो को सफलतापूर्वक सम्पन्न करने की जो स्वतंत्रता भारत के अन्दर है, वह पूरी दुनिया में कहीं नहीं है।
भारत के लोकतंत्र एवं भारत के संविधान ने बिना किसी भेदभाव के धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार प्रत्येक नागरिक को दिया है लेकिन मत एवं मजहब की आंड में कोई व्यक्ति अथवा समुदाय खुलेआम बहुसंख्यक समाज को गाली दे, भारत माता के विरूद्ध अनर्गल प्रलाप करे या दुश्मन देश के समर्थन में नारे लगाकर उसके झण्डे को लहराए, यह किसी भी दशा में स्वीकार नहीं हो सकता।
जिन सिरफिरों को भारत माता की धरती अच्छी नहीं लगती या जिनके मन में मातृभूमि के प्रति प्यार और सम्मान का भाव नहीं, वे वहां जाने को स्वतंत्र हैं जहां उन्हें अच्छा लगता है लेकिन भारत के अन्दर रहकर भारत विरोधी आचरण राष्ट्र के प्रति गद्दारी है।
जनपद-कुशीनगर, देवरिया महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, गोण्डा, बहराइच समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों से ऐसे समाचार देखने और सुनने को मिले हैं जो न केवल प्रशासनिक अकर्मण्यता को प्रमाणित करते हैं अपितु राष्ट्रीय सुरक्षा के सामने भी एक गम्भीर चुनौती प्रस्तुत करते हुए दिखाई देते हैं। ऐसे सिरफिरे तत्वों से सख्ती से निपटने के बजाए उ.प्र. शासन और प्रशासन उनकी जी-हजूरी कर रहा है, यह अत्यन्त शर्मनाक है।