वाशिंगटन। आतंकवाद के मुद्दे पर अमेरिका ने पाकिस्तान को फटकार लगाई है। उसने इस्लामाबाद से सभी आतंकी समूहों के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। इनमें देश में पनाह पाने की इच्छा रखने वाले और ‘कभी-कभी पनाह पा लेने वाले’ सभी आतंकी संगठनों का जिक्र किया गया है। वाशिंगटन ने इस्लामाबाद से अपनी सरजमीं से आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे सभी संगठनों को गैरकानूनी करार देने की भी अपील की।
विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता मार्क टोनर ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में शुक्रवार देर शाम कहा, ‘हम पाकिस्तान से अपील करते हैं कि वह अपनी सरजमीं से गतिविधियों को अंजाम दे रहे सभी आतंकी संगठनों को अमान्य करार दे। साथ ही उनके सफाए के लिए कदम उठाए।’
एक हिंदी अख़बार के अनुसार, एक प्रश्न के जवाब में टोनर बोले कि पाकिस्तान को आतंकियों और ¨हिसक अतिवादियों के हाथों निसंदेह बहुत नुकसान झेलना पड़ा है। हम आतंकवाद के इस खतरे से निपटने में पाकिस्तान की मदद करना चाहते हैं। हालांकि हम यह भी चाहते हैं कि पाकिस्तान उन आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करे, जो पाकिस्तान की जमीन पर पनाह पाना चाहते हैं या कभी-कभी पनाह पा लेते हैं।’
टोनर का यह बयान ऐसे समय आया है जब उड़ी में आतंकी हमले तथा फिर 28 व 29 सितंबर की रात नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार आतंकियों के सात ठिकानों पर भारत की सर्जिकल स्ट्राइक की कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। उड़ी आतंकी हमले में 19 भारतीय जवान शहीद हो गए थे।
इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिका ने भारत की सर्जिकल स्ट्राइक का समर्थन किया था। साथ ही स्पष्ट संकेत दिए थे कि वह आतंकी खतरों पर सैन्य प्रतिक्रिया देने की भारत की जरूरत को समझता है। उसने उड़ी हमलों को ‘सीमा पार आतंकवाद का स्पष्ट मामला’ करार दिया था। अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में बढ़े तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों से वार्ता व सहयोग बढ़ाने की अपील भी की थी।