जबलपुर। अयोध्या कांड की बरसी के मद्देनजर शहर में पुलिस खासी अलर्ट है। स्थानीय पुलिस के खुफिया तंत्र ने हर जगह चौकसी के साथ ही शरारत करने वालों पर कड़ी नजर रखने कहा है।
इसके साथ ही शहर के कई इलाकों में बम निरोधी दस्ता, डॉग स्क्वॉड और खुफिया दस्तों की टीमें गश्त कर रही हैं।
विश्व हिंदू परिषद सहित अन्य हिंदू संगठनों द्वारा इसे शौर्य दिवस के रूप में मनाने की घोषणा के बाद सतर्क पुलिस सुबह से ही सक्रिय रही, लेकिन हिंदू सेवा परिषद ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ रैली निकाली।सादी वर्दी में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है ताकि संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखी जा सके।
सार्वजनिक स्थलों के साथ ही शहर के लॉज, धर्मशाला आदि जगहों पर पुलिस सोमवार रात से ही चेकिंग शुरू कर दूसरे दिन तक जारी रखेगी। सुरक्षा के मद्देनजर 6 दिसम्बर को जिले में उपलब्ध पुलिस बल के अलावा अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है।
हिन्दू सेवा परिषद द्वारा शौर्य दिवस के तहत सोमवार सुबह हिन्दू एकता यात्रा निकाली गई। यात्रा सुप्तेश्वर गणेश मंदिर से प्रारंभ हुई और विभिन्न मार्गों से होते हुए ग्वारीघाट पहुंची। रैली गुप्तेश्वर मंदिर से प्रारंभ होना थी, जहां पुलिस बल पहले से मौजूद था।
संगठन ने एन वक्त पर यात्रा का मार्ग बदल दिया गया और रैली गुप्तेश्वर मंदिर की बजाए सुप्तेश्वर गणेश मंदिर से प्रारंभ की गई। रैली में बड़ी संख्या में हिन्दूवादी संगठनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भगवा ध्वज लेकर शामिल हुए। रैली रामपुर होते हुए ग्वारीघाट पहुंची,जहां स्वामी मुकुंददास महाराज के सानिध्य में नर्मदा पूजन कर हिन्दू एकता का संकल्प लिया गया।
इस दौरान परिषद अध्यक्ष अतुल जैसवानी, नितिन सोनपाली, जितेन्द्र चिमनानी, सौरभ जैन, निखिल कनौजिया, भरत खटीक, उत्कर्ष रावत, शिवा नायडू, राम निश्चय जायसवाल, पप्पू रान, दीपक विश्वकर्मा सहित अन्य उपस्थित थे।