काराकस। वेनेजुएला में आर्थिक दिक्कतों के चलते फिलहाल नोटबंदी का फैसला टाल दिया है।
सरकार की तरफ से कहा गया है कि 100 बोलिवर के नोट हटाए जाने की नीति पर 2 जनवरी तक अमल नहीं किया जाएगा। यानी ये नोट तब तक के लिए चलन में रहेंगे।
नोटबंदी की नीति में सरकार ने अपने फैसले में बड़ा फेरबदल किया है। एक टेलीविजन पर राष्ट्रीय प्रसारण में राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कहा कि वेनेजुएला को बर्बाद करने की अंतरराष्ट्रीय साजिश हुई है। उनका दावा है कि 500 बोलिवर के NEW नोटों को समय पर न पहुंचाने की साजिश हुई है।
मालूम हो कि 100 बोलिवर के नोट हटाने के निर्णय के बाद यहां के सेंट्रल बैंक ने 15 दिसंबर से 500 और 20,000 बोलिवर के नए नोट जारी करने की घोषणा की थी। वेनेजुएला सरकार ने भारत की तर्ज पर नोटबंदी लागू की थी।
जैसे ही नोटबंदी लागू हुई तो इस देश के हर हिस्से से लूटपाट की घटनाएं बलवती होने लगी। इसके चलते वहां प्रदर्शन, लूटपाट और पुलिस से मारपीट जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं। देश के पूर्वी शहर मातुरिन में दर्जनों लोगों ने जमकर लूटपाट की। कैश ले जाने वाली बैंक की वैन को भी लूटा गया। इस उग्र होती स्थिति को देखते हुए सरकार बैकफुट पर आ गई। अब उसने फेरबदल किया।
यहां नकदी के संकट के कारण हजारों दुकानें बंद हो गईं। लोग क्रेडिट कार्ड या बैंक ट्रांसफर के जरिये लेन-देन करने के लिए बाध्य हो गए। कई लोगों के साथ तो संकट इस कदर गंभीर हो गया कि उनके लिए खाने-पीने की चीजें खरीदना मुश्किल हो गया।
इस फैसले के विरोधियों ने गुस्से में 100 बोलिवर के नोट तक जला दिए। 100 बोलिवर के बैंक नोट की कीमत दो अमरीकी सेंट के बराबर रह गई है। वेनेजुएला इस समय गंभीर आर्थिक और राजनीतिक संकटो से जूझ रहा है।यहां महंगाई दर दुनिया में सबसे अधिक है।