नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आम बजट को गरीबी हटाने और आधारभूत सुविधा को बढ़ावा देने वाला करार देते हुए कहा कि इस बजट में रोजगार सृजन की दिशा में कई कदम उठाए गए हैं।
मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन के साथ एक प्रेसवार्ता में वित्तमंत्री ने कहा कि बजट का बड़ा हिस्सा गरीबी हटाने और बुनियादी सुविधा को बेहतर करने पर आवंटित किया गया है। उन्होंने कहा कि बजट में रोजगार बढ़ाने के कई कदम उठाए गए हैं।
जेटली ने कहा, ‘सरकार कालेधन और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। लघु उद्योग क्षेत्र को प्रोत्साहित करने का प्रयास किया गया है। कर का दायरा बढ़ाने का प्रयास किया गया है ताकि ईमानदार लोगों को राहत मिले। महंगाई के प्रभाव को कम करने के लिए छोटे करदाताओं को राहत दी गई है।
राजनीतिक चंदे के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि आरबीआई बॉन्ड्स का प्रावधान किया गया है ताकि कोई भी दानदाता बैंक से चेक और डिजिटल पेमेंट्स के जरिए बॉंड खरीदे और उसे राजनीतिक दलों को सौंप दे। दानदाता सफेद धन देगा और पार्टी के लिए भी वह सफेद धन के रूप में ही उपलब्ध होगा। हालांकि इन बॉन्ड्स और चेक पर डोनर का नाम नहीं होगा।