नई दिल्ली। सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर जोगिंदर सिंह का शुक्रवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 78 वर्ष के थे और लंबे समय से कई बीमारियों से जूझ रहे थे। शनिवार दोपहर 1 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
1996-97 में सीबीआई डायरेक्टर के तौर पर जोगिंदर सिंह ने बोफोर्स तोप सौदा, चंद्रा स्वामी, सेंट किट्स घोटाला और रक्षा सौदे में घोटाले की जांच की थी।
सरकारी दखलंदाजी से जब उन्होंने नाराजगी जताई तो उन्हें पद से हटा दिया गया। चारा घोटाले की जांच में भी उनकी अहम भूमिका थी। इस मामले में लालू यादव को दोषी ठहराया गया था।
सिंह सिर्फ 11 महीने सीबीआई डायरेक्टर रहे। उन्हें साफगोई के लिए जाना जाता था। वह कर्नाटक कैडर से 1961 बैच के आईपीएस थे। तब के प्रधानमंत्री एचडी. देवगौड़ा ने उन्हें सीबीआई डायरेक्टर बनाया था।
चार साल पहले एक आर्टिकल में जोगिंदर सिंह ने कहा था कि सीबीआई को इलेक्शन कमीशन और कैग जैसे पावर देकर उसे सरकार के दायरे से अलग करना चाहिए क्योंकि कहीं ना कहीं यह सबसे बड़ी जांच एजेंसी दबाव में काम करती है। इसके अलावा वह आईटीबीपी, सीआईएसएफ, नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और आरपीएफ के डायरेक्टर जनरल भी रहे।