खराब मौसम के कारण तिब्बत में कैलाश मानसरोवर की तीर्थ यात्रा से नेपाल के जरिए वापस आते वक़्त करीब 1,500 भारतीयों में से कुछ यात्रियों को हिलसा से मंगलवार 3 जुलाई को सलामत निकाल लिया गया. इसके साथ ही अन्य भारतीयों को निकालने की कोशिशे तेज कर दि गई हैं बता दें कि यह भारतीय खराब मौसम और भारी बारिश के चलते नेपाल के पर्वतीय क्षेत्र में फंस चुके हैं.
इस प्रकरण में भारतीय दूतावास ने जानकारी देते हुए कहा कि केरल के नारायणम लीला (56) और आंध्र प्रदेश की सत्या लक्ष्मी की इस दौरान बीमार होने से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मौत सिमिकोट में ऊंचाई से जुड़ी बीमारी और तिब्बत में दिल का दौरा पड़ने से हुई है.
दूतावास ने एक बयान में कहा कि उनके शवों को विशेष हेलीकॉप्टर के जरिए काठमांडो और नेपालगंज लाया गया है. भारतीय दूतावास के एक अधिकारी नेजानकारी दी कि, ‘‘250 से ज्यादा लोगों को निकाल कर हिलसा सिमिकोट लाया गया है.’’ अधिकारी ने बताया कि 158 लोगों को सिमिकोट से नेपालगंज ले जाया गया है. एक अधिकारी ने कहा कि मिशन के प्रतिनिधियों की गणना के मुताबिक सिमिकोट में 629 जबकि हिलसा में 451 लोग फंसे हुए हैं.