बहराइच। भारत-नेपाल सीमा पर राष्ट्र विरोधियों और तस्करों की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक अमृत मोहन प्रसाद (आईपीएस) ने दो दिवसीय दौरे के तहत नानपारा के अगैया स्थित एसएसबी की 42वीं वाहिनी मुख्यालय का दौरा किया।
दौरे के दौरान, कमांडेंट गंगा सिंह उदावत ने उनका स्वागत किया और वाहिनी के सभागार में पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से वाहिनी की तैयारियों और कार्य प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर रत्न संजय (आईपीएस), महानिरीक्षक सीमांत मुख्यालय लखनऊ, उप महानिरीक्षक महेश कुमार वी. विक्रमण और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
महानिदेशक को वाहिनी के प्रांगण में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद वे एकीकृत जांच चौकी रूपईडीहा के लिए रवाना हुए, जहां सुधीर शर्मा, प्रबंधक आईसीपी, और एसएसबी के समवाय कमांडर ने वहां की कार्य प्रणाली से अवगत कराया।
महानिदेशक ने प्रतिपक्ष नेपाल एपीएफ के डीआईजी प्रदीप पाल और अन्य अधिकारियों के साथ भेंट की और उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान किया। उन्होंने आईसीपी पर कार्यरत एसएसबी के कार्मिकों से वार्तालाप कर उनकी समस्याओं को सुना और उन्हें शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।
इसके बाद, उन्होंने व्यापार और पारगमन मार्ग पर स्थित सीमा चौकी रूपईडीहा का दौरा किया, जहां बीआईटी, एएचटीयू, श्वान दस्ता और अन्य कार्य प्रणालियों को देखा तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
महानिदेशक ने बार्डर रोड और सीमा चौकी मुंशीपुरवा का भी भ्रमण किया। वहां सैनिक सम्मेलन के दौरान जवानों की समस्याओं को सुना और उन्हें अपनी समस्याएं लिखकर सक्षम अधिकारी की अनुशंसा के साथ उच्च मुख्यालय को प्रेषित करने के लिए कहा। उन्होंने सभी जवानों को सीमा पर अत्यधिक सतर्कता और चौकसी बरतने के लिए भी निर्देशित किया।
यह दौरा एसएसबी की तैयारियों और सीमा सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।