मड़िहान, मिर्जापुर: पटेहरा वन क्षेत्र के ग्राम पंचायत गंगापुर में सोमवार रात एक रियायसी मकान में देखे गए विषैले सर्प की सूचना पर वन विभाग की टीम ने तत्परता दिखाई। गृह स्वामी संतोष मौर्य ने वन विभाग को सूचना दी कि उनके घर में एक बड़ा अजगर मौजूद है।
जब वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, तो जांच में पता चला कि यह कोई आम अजगर नहीं, बल्कि पूरे एशिया का सबसे विषैला सर्प रसल वाइपर है, जो लगभग 5.5 फीट लंबा था। वन क्षेत्र अधिकारी गिरिराज गोवर्धन गिरी ने बताया कि यह सर्प अत्यंत फुर्तीला और जहरीला है, और इसके करीब जाने पर किसी भी व्यक्ति के लिए खतरा बन सकता था।
गंभीरता को देखते हुए वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। अच्छी बात यह रही कि कोई भी व्यक्ति अजगर समझकर उसके करीब नहीं गया, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई। टीम ने घंटों की मेहनत के बाद रात लगभग 12 बजे रसल वाइपर को कोटवा जंगल में सुरक्षित रूप से छोड़ दिया।
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इस ऑपरेशन में वन क्षेत्र अधिकारी गिरिराज गोवर्धन गिरी के साथ वन रक्षक हरिश्चंद्र पटेल और वाचर कमला भी शामिल थे। गिरिराज गोवर्धन गिरी ने ग्रामीणों से अपील की कि अगर वे कहीं भी दुर्लभ प्रजाति के सर्प देखें, तो उन्हें जान से न मारें। इसके बजाय, तुरंत वन विभाग को सूचना दें। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि किसी व्यक्ति को किसी विषैले जंतु ने काट लिया है, तो उन्हें तुरंत सरकारी अस्पताल जाकर इलाज करवाना चाहिए।
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