बहराइच। जनपद की घाघरा नदी की कटान से यहां के लोग प्रभावित हो रहे हैं। नदी की कटान से परेशान ग्रामीण अब अपना घर अपने हाथों से ही उजाड़कर पलायन करने को मजबूर हैं।
पहले घाघरा नदी की बाढ़ और अब घाघरा की कटान के विकराल रूप से लोग परेशान हैं। लगभग 35 हजार की आबादी प्रभावित है। घाघरा की लहरों ने गुप्तापुरवा और तुलसीपुरवा गांव के लोगों के जीवन में तबाही ला दी है। अब तक चौबीस से अधिक घर और सैकड़ों बीघा जमीन नदी की धारा की चपेट में आ गए हैं। अब स्थिति यह है कि जिनका घर कटान से अभी बचा हुआ, वे अपना घर अपने हाथों से उजाड़कर पलायन करने पर मजबूर हैं। नदी की कटान से अब सुजौली, बड़खड़िया, चहलवा और जंगल गुलरिया गांव की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
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प्रधान प्रतिनिधि जंगल गुलरिहा शिवकुमार निषाद ने शनिवार को बताया कि लगातार हो रही कटान के चलते उपजाऊ भूमि के साथ घर भी घाघरा नदी में समाहित हो रहे हैं। इसको लेकर उन्होंने जिलाधिकारी मोनिका रानी को कटान रोकने से संबंधित ज्ञापन को सौंपा है। जिलाधिकारी ने भी उन्हें आश्वस्त करते हुए विभागों को निर्देशित किया गया है। जल्द से जल्द कटान रोकने के प्रयास किए जाएं।