“साउथ कोरिया के मुआन एयरपोर्ट पर जेजू एयर का विमान क्रैश। 181 यात्रियों में से 124 की मौत। पहिए न खुलने की वजह से बेली लैंडिंग के दौरान हुआ हादसा। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी।”
सियोल। साउथ कोरिया के मुआन एयरपोर्ट पर रविवार सुबह एक दर्दनाक विमान हादसा हुआ। बैंकॉक से आ रही जेजू एयरलाइन्स की फ्लाइट 2216 के लैंडिंग गियर में खराबी के कारण विमान को इमरजेंसी बेली लैंडिंग करनी पड़ी। रनवे पर फिसलते हुए विमान एयरपोर्ट की बाउंड्री वॉल से टकरा गया, जिसके बाद उसमें तेज धमाका हुआ और आग लग गई।
इस हादसे में अब तक 124 यात्रियों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि 2 लोगों को जिंदा बचा लिया गया है। विमान में कुल 181 लोग सवार थे, जिनमें 175 यात्री और 6 क्रू मेंबर्स शामिल थे। बचाव दल का कहना है कि बाकी 55 लोगों के मारे जाने की आशंका है।
हादसे की शुरुआत:
हादसा भारतीय समयानुसार सुबह 5:37 बजे (लोकल टाइम 9:07 बजे) हुआ। विमान मुआन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड करने वाला था, लेकिन उसके लैंडिंग गियर फेल हो गए। कंट्रोल टॉवर से अलर्ट जारी किया गया था कि विमान पर पक्षी टकराने का खतरा है, लेकिन इस चेतावनी के बावजूद लैंडिंग में गड़बड़ी हुई।
बेली लैंडिंग का नतीजा:
- लैंडिंग गियर फेल होने पर पायलट ने बेली लैंडिंग का प्रयास किया। यह प्रक्रिया तब अपनाई जाती है, जब विमान के पहिए नहीं खुलते।
- विमान की बॉडी सीधे रनवे से टकराई।
- फिसलते हुए एयरपोर्ट की बाउंड्री वॉल से टकराया।
- टकराते ही विमान में आग लग गई और वह आग के गोले में बदल गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन:
दमकल विभाग और बचाव कर्मियों ने तेजी से राहत कार्य शुरू किया। लेकिन विमान का फ्यूल तेजी से जलने के कारण आग पर काबू पाने में मशक्कत करनी पड़ी।
- बचाव दल ने अब तक 124 शव बरामद किए हैं।
- 2 लोगों को जिंदा बचाया गया।
- बाकी यात्रियों के शव खोजने का काम जारी है।
फ्लाइट ऑपरेशन बंद:
हादसे के बाद मुआन एयरपोर्ट पर सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं। लोकल और इंटरनेशनल फ्लाइट ऑपरेशन अस्थायी रूप से रोक दिए गए हैं।
हादसे के संभावित कारण:
- लैंडिंग गियर फेल होने की वजह से बेली लैंडिंग।
- पक्षी टकराने का अलर्ट मिलने के बावजूद समस्या का समाधान न हो पाना।
- रनवे के पास पर्याप्त सुरक्षा इंतजामों की कमी।
यह हादसा साउथ कोरिया के विमानन इतिहास में सबसे दर्दनाक दुर्घटनाओं में से एक है। खराब लैंडिंग गियर और पक्षी टकराने के अलर्ट के बावजूद विमान को बचाया नहीं जा सका।
देश-दुनिया से जुड़ी ऐसी ही ताज़ा और सटीक खबरों के लिए जुड़े रहें विश्ववार्ता के साथ।
विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल