तमकुहीराज, कुशीनगर। प्रेमी संग भागी नवविवाहिता की यह घटना न केवल क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई, बल्कि ग्रामीणों को भी हैरान कर गई। शादी के महज चार दिन बाद ही कौशल्या नामक नवविवाहिता अपने प्रेमी संग गहना और नकदी लेकर घर से फरार होने की योजना बना चुकी थी, लेकिन ग्रामीणों की सतर्कता से उसकी यह कोशिश नाकाम हो गई।
ग्राम सभा गाज़ीपुर निवासी बृजेश राजभर की शादी 7 मई को गोपालगंज जिले की रहने वाली कौशल्या से हुई थी। घर में शादी को लेकर उत्सव जैसा माहौल था, लेकिन ये खुशी ज्यादा दिन तक टिक न सकी। शादी के चौथे दिन ही दुल्हन कौशल्या का व्यवहार बदल गया और वह पति से बात-बात पर उलझने लगी। इसके बाद सोमवार की भोर में वह घर में रखे गहने और नकद रुपये समेटकर अपने प्रेमी संग भागने की फिराक में थी।
हालांकि गांव की कुछ महिलाओं ने उसकी हरकतें देख शोर मचा दिया। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने दुल्हन और उसके प्रेमी को पकड़ लिया और पूछताछ शुरू की। पूछताछ में जब सच सामने आया तो सभी हैरान रह गए। कौशल्या ने साफ तौर पर कहा कि वह अपने प्रेमी के साथ ही रहना चाहती है।
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इस घटना की सूचना दुल्हन के माता-पिता को दी गई, जो गाज़ीपुर पहुंचे और बेटी को काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अपने फैसले पर अडिग रही। अंततः दोनों पक्षों की सहमति से स्टाम्प पेपर पर एक समझौता तैयार कराया गया, जिसमें विवाहिता को उसके प्रेमी के साथ स्वतंत्र रूप से जीवन यापन की अनुमति दी गई।
यह घटना न केवल पारिवारिक मूल्यों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है, बल्कि ग्रामीण समाज में विवाह संस्था की गंभीरता को भी दर्शाती है। घटना के बाद प्रेमी और प्रेमिका की विजयी मुस्कान ने वहां मौजूद लोगों को असहज कर दिया।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं समाज में गलत संदेश देती हैं और युवाओं को अपने कर्तव्यों से भटकाती हैं। मामला शांतिपूर्वक सुलझ गया, लेकिन यह घटनाक्रम लंबे समय तक चर्चा में रहेगा।
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