नई दिल्ली। भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने टाटा संस के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा और यूनिटेक के अधिकारियों के खिलाफ मनी लांड्रिंग का एक केस दर्ज कराया है।
रतन टाटा पर आरोप है कि उन्होंने 2जी स्पेक्ट्रम का लाइसेंस हासिल करने के लिए यूनिटेक की कंपनियों के कालेधन को सफेद किया।
स्वामी ने शुक्रवार को यह केस सीबीआई की विशेष अदालत में दर्ज कराया है। इस मामले में उन्होंने उन अज्ञात सीबीआइ अधिकारियों के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई है जिन्होंने 2जी स्पेक्ट्रम मामले में टाटा को बचाने की भरपूर कोशिशें कीं।
विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी ने इस शिकायत पर सुनवाई के लिए 11 जनवरी की तारीख तय कर दी है। 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में यूनिटेक वायरलेस कंपनी भी एक आरोपी है।
पहले से ही ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि इस कंपनी ने 2जी स्पेक्ट्रम का लाइसेंस हासिल करने के लिए तत्कालीन यूपीए सरकार के अधिकारियों को रिश्वत दी थी जबकि इस कंपनी के पास टेलीकॉम क्षेत्र का कोई अनुभव ही नहीं था।
इसका नतीजा यह हुआ कि यह घोटाला सामने आने के बाद अदालत के आदेश पर इस कंपनी के 22 लाइसेंस रद कर दिए गए थे। साथ ही कंपनी के प्रबंध निदेशक संजय चंद्रा को जेल भेज दिया गया था। बाद में चंद्रा ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया।