ऋषिकेश। बैंकों में 500 व 1000 के नोट बदलने वाले लोगों को बैंककर्मियों द्वारा 500 व 2000 के नये नोटों के साथ 5,10, के सिक्के थमाए जाने से कुछ ग्राहकों ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए बैंककर्मियों पर अपना गुस्सा निकाला।बैंककर्मियो ने धैर्य का परिचय देते हुए लोगों को 100 के साथ छोटे नोटों के न होने की बात समझाई।
जनता को राहत दिए जाने के लिए 4000 के स्थान पर 4500 रू निकाले जाने की घोषणा के बाद नौवें दिन भी बैंकों में लगे एटीएम के बाहर लम्बी-लम्बी लाईनें टूटने का नाम नहीं ले रही हैं। वहीं कुछ बैंकों के बाहर लगे एटीएम में अभी पर्याप्त मात्रा में नगदी न होने के कारण दोपहर बाद लाईनों में लगे लोगों को वापस लौटने को मजबूर होना पड़ रहा है।
बैंक कर्मियों द्वारा दिए जा रहे लोगों को कटे फटे नोटों से भी दो चार होने के कारण लोगों में रोष उत्पन्न हो रहा है। हालांकि लोग प्रधानमंत्री द्वारा लिए गए काले धन को बाहर निकालने के लिए कड़े कदम की सराहना करते हुए कुछ दिनों के लिए परेशानी झेलने के लिए अपना मन बना चुके हैं।
पिछले नौ दिनों से बंद किए गए बड़े नोटों के कारण बाजार मे मची छोटे नोटों की अफरातफरी के चलते बाजार पूरी तरह सन्नाटे में है वहीं दूसरी ओर अकूत मात्रा में किए गए जमाखोरों द्वारा बड़े नोटों को चलाने के लिए बेरोजगार नवयुवकों का सहारा भी ले रहे हैं जो कि एक आईडी की दस दस फोटो स्टेट कर उन्हे बड़े नोटों को बदलने के लिए बैंकों मे भेज रहे हैं।
इस प्रकार के कई मामले बैंक कर्मियों के सामने आये हैं जिनमें मलिन व पिछड़ी बस्तियों में रहने वाले उन लोगों के खाते में पैसे जमा कराए जाने की जानकारी आ रही है जिनके खाते पूर्व में जन-धन योजना के तहत खाते खोले गए थे। बैंकर्मियों ने इस तरह के लोगों की आईडी जांचने के बाद उन्हें वापस लौटने की चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वह दोबारा नोट बदलने आए तो उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा।