शिमला। शिमला के उपनगर संजौली स्थित मस्जिद में अवैध निर्माण के खिलाफ प्रदर्शन के दाैरान बवाल काे लेकर शिमला पुलिस ने तीन अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की हैं। संजौली में प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को जमकर बवाल किया था।
दरअसल, बुधवार काे प्रदर्शनकारी पुलिस के बैरिकेडिंग को तोड़कर संजौली बाजार में दाखिल हाे गए थे। प्रदर्शनकारियों ने धारा-163 की अवहेलना करते हुए विवादित मस्जिद स्थल के 100 मीटर करीब तक पहुंच गए। यहां प्रदर्शनकारी घंटों तक नारेबाजी करते रहे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई। प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठियां भाजीं और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इस मामले में ढली पुलिस स्टेशन में तीन अलग-अलग केस दर्ज किए हैं।
पहला मामला संजौली पुलिस चौकी प्रभारी बलदेव सिंह ने मामला दर्ज कराया है। जिसमें कमल गौतम की अध्यक्षता में 400 से 500 लोगों काे सुनिश्चित तरीके से बिना प्रशासन की अनुमति की संजौली चौक पर एकत्रित होकर बैरिकेडिंग तोड़ने और शांति को भंग करने का आरोप है।
दूसरा मामला थाना प्रभारी विरोचन नेगी ने दर्ज करवाया है कि अवैध निर्माण की मस्जिद की विरोध में प्रदर्शन कर रहे 400 से 500 लोगों ने बिना प्रशासन की अनुमति के महेंद्र सिंह की अध्यक्षता में ढली टनल के पास बैरिकेडिंग तोड़ने तथा शांति भंग करने और पब्लिक प्रॉपर्टी डैमेज करने का आरोप है। तीसरा मामला प्रथम वाहिनी बनगढ़ की महिला पुलिसकर्मी पूजा कुमारी ने दर्ज कराया है कि 11 सितंबर को वह संजौली चौक पर ड्यूटी पर तैनात थी तभी मस्जिद विवाद को लेकर एकत्रित हुए लोगों ने ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मचारी के साथ हाथापाई की, जिससे उसे और अन्य पुलिस कर्मचारियों को चोटें आई हैं।
छह पुलिस कर्मियों सहित 12 घायल
संजौली में विवादित मस्जिद स्थल के पास प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में एक दर्जन लोग चोटिल हुए हैं। इनमें छह पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। डीजीपी अतुल वर्मा ने एक महिला पुलिस कांस्टेबल समेत छह पुलिस जवानों के घायल होने की पुष्टि की है। हालांकि सभी की हालत खतरे से बाहर है। घायलों में कांस्टेबल प्रवीण शर्मा, दिनेश, पूजा, खेमराज, शुभम और एक अन्य शामिल हैं। वहीं प्रदर्शनकारियों में भूपिंद्र, राजू, पूजा, निशांत, साहिल, किशोर व श्याम चोपड़ा चोटिल हुए हैं।
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