वॉशिंगटन। US राष्ट्रपति बराक ओबामा 8 साल तक पद पर रहने के बाद अब अपने कार्यकाल के आख़िरी कुछ दिन गुजार रहे हैं। 20 जनवरी के बाद उनकी जगह अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप होंगे। आखिरी दिनों में बराक ओबामा की नीतियों पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई है।
दक्षिणी मेथोडिस्ट विश्वविद्यालय में सेंटर ऑन प्रेसिडेंशियल हिस्ट्री के डायरेक्टर जेफरी एंगेल का कहना है कि हर राष्ट्रपति की तरह ओबामा भी जरूर अपनी विरासत को संभाल कर रखना चाहेंगे लेकिन उन्हें पता है कि अगले राष्ट्रपति उनकी नीतियों को पलट सकता है।
ए कंसिसटेंट प्रैसिडेंट: द लिगेसी ऑफ़ बराक ओबामा’ के रायटर माइकल डी एंटोनियो का मानना है कि ” बराक ओबामा पर्यावरण और अंतर्ऱाष्ट्रीय मुद्दों के मामले में कुछ अहम कदम उठाएंगे।” उत्तरी अटलांटिक को हाइड्रोकार्बन के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए बराक कुछ ऐसे कूटनीतिक कदम उठा सकते हैं जिसकी उम्मीद नहीं की गई हो।
माइकल डी एंटोनियो का मानना है कि इस दौरान बराक ओबामा कार्यकाल के बाद अपने लिए एक अलग भूमिका निभाने की तैयारी भी करेंगे। इस दौरान बराक अगले राष्ट्रपति के साथ ‘देश की बेहतरी के लिए’ एक समझ पैदा करने की कोशिश करेंगे। ओबामा यह सोचते हैं कि ट्रंप की तैयारी बहुत कमज़ोर है और उन्हें सलाह की ज़रूरत है।