पूस की रातें अभी और परीक्षा लेने वाली हैं। प्रदेश के एक दर्जन शहरों का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री से नीचे गिर चुका है। इससे पहाड़ से लेकर मैदान तक ठिठुरन बढ़ गई है।
पश्चिमी विक्षोभ और ऊंची चोटियों में पिछले सप्ताह हुई बर्फबारी का असर पूरे उत्तराखंड पर देखा जा रहा है। आने वाले सप्ताह में न्यूनतम तापमान कई शहरों में शून्य तक गिर सकता है। अधिकांश क्षेत्रों में दिन के समय चटख धूप के बावजूद सुबह एवं शाम को न्यूनतम पारा दो से तीन डिग्री नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है।
लगातार दूसरे दिन अल्मोड़ा का न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री नीचे माइनस 3.5 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, लगातार दूसरे दिन जोशीमठ व पिथौरागढ़ में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री नीचे 1.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मैदानी क्षेत्र हरिद्वार व ऊधम सिंह नगर में न्यूनतम पारा चार डिग्री से नीचे जाने से सुबह एवं शाम कोहरे से छूट रही है। मंगलवार को भी प्रदेश के एक दर्जन शहरों का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया गया।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र की माने तो आने वाले सप्ताह में प्रदेश का मौसम शुष्क रहने की संभावना है। जिससे तापमान में और गिरावट आ सकती है। मंगलवार को मसूरी में दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 15.1 व दून का अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 23.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि आने वाले चार दिनों में मौसम का मिजाज कुछ इसी तरह बना रहेगा।
न्यूनतम पारा (डिग्री सेल्सियस) में
देहरादून, 5.3
मसूरी, 4.9
टिहरी, 4.6
उत्तरकाशी, 4.8
हरिद्वार, 3.4
जोशीमठ, 1.2
नैनीताल, 4.9
अल्मोड़ा 3.5
पिथौरागढ़, 0.4
पंतनगर, 4.1
मुक्तेश्वर, 3.2
यूएस नगर, 4.3
चंपावत, 3.6