इस्लामाबाद/नई दिल्ली। पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्र उरी में रविवार तड़के हुए जैश-ऐ-मोहम्मद के आतंकी हमले के लिए उसे ज़िम्मेदार ठहराये जाने को लेकर भारत की आलोचना की है हालांकि उसने हमले की निंदा नहीं की । पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य में भारत की आलोचना की और कहा कि इस हमले के लिए उसे दोषी ठहराया जाना भारत की एक सोची समझी रणनीति है। असल में भारत कश्मीर में हिज़्बुल आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद भड़की हिंसा से विश्व समुदाय का ध्यान हटाना चाहता है ।
पूरे देश में इस हमले की कड़ी निंदा हुयी है और पाकिस्तान के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। अमेरिका ने भी इस नृशंस आतंकवादी हमले की निंदा की । भारत में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड वर्मा ने ट्वीट कर कहा ‘‘हम जम्मू कश्मीर के उरी में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। हमारी संवेदनाएं उरी हमले में जान गंवाने वाले वीर सैनिकों के परिवारों के साथ हैं।’’
वहीं पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के वक्तव्य में कहीं भी इस आतंकी घटना की कोई आलोचना या निंदा नहीं की गयी है । उल्लेखनीय है कि रविवार प्रातः उरी में भारतीय सेना के शिविर पर पाकिस्तान-स्थित आतंकी गुट जैश-ऐ-मोहम्मद द्वारा हुए आतंकी हमले में भारतीय सेना के 17 जवान शहीद हो गए । इस आत्मघाती हमले में जैश के चार आतंकी मारे गए. उनके पास से पाकिस्तान में बने हुए हथियार मिले ।
वक्तव्य में कहा गया है यह निंदनीय है कि भारत ने बिना किसी जांच के यह कह दिया कि इस हमले के लिए पाकिस्तान उत्तरदायी है । वक्तव्य में यह भी कहा गया है कि भारत की टिप्पणियां कश्मीर में हो रही हिंसा से विश्व समुदाय का ध्यान भटकाने की एक प्रक्रिया है । भारत के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (डीजीएमओ) रणबीर सिंह ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों से पाकिस्तान का सामान मिला है और वह चारों आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के हैं । रणबीर सिंह ने पाकिस्तान के डीजीएमओ से टेलीफोन पर बात की और कहा मारे गए आतंकियों के पास से पाकिस्तान में बने हथियार मिले हैं ।
लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने आतंकियों से मिले हथियारों और सामान की जानकारी देते हुए कहा, उनके पास से चार एके-47 राइफल, चार ग्रेनेड लॉन्चर्स और कुछ दूसरे ऐसे हथियार मिले हैं जिनका इस्तेमाल जंग के दौरान होता है । पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने कहा उनकी सरकार ऐसी टिपण्णियों को सिर्रे से नकारती है जिनमें कोई पुष्ट तथ्य नहीं है । कश्मीर पर ध्यान आकर्षित करते हुए वक्तव्य में कहा गया है कि घाटी में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए भारत ज़िम्मेदार है ।