कानपुर। नशेबाज बेटे ने मां से रुपये मांगे। रुपये न मिलने से नाराज बेटे ने गड़ासे से मां की हत्या कर दी। शोर सुनकर छोटे भाई की पत्नी बचाने पहुंची। नशड़ी ने भाई की पत्नी पर भी ताबड़तोड़ वार कर मौत के घाट उतार दिया था।
बिल्हौर के शांति नगर कस्बे में शनिवार को हुए दोहरे हत्याकांड से परिवार के आंसू नहीं रुक रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट की चोटें घटना की निर्ममता बयां कर रही है कि जब तक सांसें थम नहीं गई हत्यारे के हाथ नहीं रुके।
गोविंद जुएं और नशेबाजी का आदी था। छोटे भाई रामगोपाल ने बताया कि जुएं और नशेबाजी की आदत के कारण गोविंद आएदिन मां कुमारी देवी से झगड़ा किया करता था।
पिता द्वारा बनारस में बेची गई पैतृक जमीन का रुपया भी उसने सब जुए और शराब में खत्म कर दिया। उसकी नजर मां के पास रखे रुपयों पर थी। जिसके न मिलने पर गोविंद ने उनकी और बचाने आई बहू पिंकी की गड़ासे से काटकर हत्या कर दी।
पिंकी के चेहरे, सिर और गर्दन पर गड़ासे के एक दर्जन से भी ज्यादा वार थे। अत्याधिक रक्तस्राव से उसकी मौत हो गयी। कुमारी देवी के सिर पर गड़ासे का उल्टा हिस्सा मारा था । सिर की हड्डी टूटने और कोमा में जाने से उनकी मौत हो गई।
मां मंजू व पिता जगदीश अपनी बेटी पिंकी की मौत की सूचना से रो-रोकर बुरा हाल हो गया। दस दिन पहले ही पिंकी के सास-ससुर ने पिंकी और उसके चार माह के बेटे को देखने के लिये बुलवाया था। मां मंजू ने रोते हुए कहा कि अगर वह पिंकी को ससुराल नहीं भेजती तो उसकी जान नहीं जाती।