लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की करारी हार होने जा रही है। इसलिए भाजपा और बसपा अंदरखाने एकजुट होकर सपा-कांग्रेस के सरकार में आने से रोकने की साजिश करने में लगी हैं।
उन्होंने लोगों से भाजपा और बसपा की चालों से सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि प्रदेश की तरक्की एवं जनता की खुशहाली के लिए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनना बहुत जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को जौनपुर में सात जनसभाएं की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री वाराणसी में एक के बाद दूसरा रोड शो कर रहे हैं। लगता है वे विदेश जाना छोड़कर रोड शो करते रहेंगे। वे कमाल के प्रधानमंत्री हैं।
इन दिनों उनका दिल दिल्ली में कम यूपी में ज्यादा लग रहा है। इसलिए हमने कहा चाहें तो कुर्सी की अदला बदली कर लें। उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन दो कुनबों का नहीं, दो युवा नेताओं का गठबंधन है। समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस भी है। इसलिए अब हमारी सरकार बनने में कोई भ्रम नहीं रह गया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सर्जिकल स्ट्राइक और फौजियों को वन रैंक वन पेंशन देने की बात करते है। किंतु वे बताएं कि उन्होंने शहीद सैनिकों के परिवारों की अलग से क्या मदद की, समाजवादी सरकार ने तो उनके आश्रितों को 20-20 लाख रुपए दिए हैं। परीक्षाओं में नकल की प्रधानमंत्री की बात के उत्तर में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इन दिनों जब परीक्षाएं नहीं हो रही हैं तो नकल कहां होगी? अच्छा हो, प्रधानमंत्री बताए कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा के सामने 10 लाख का जो महंगा सूट पहना था वह किसकी नकल करके बनवाया था।
उन्होंने कहा कि पत्थरवाली सरकार से भी सतर्क रहने की जरूरत है। इसने सरकारी खजाना बर्बाद किया। जिसका कान, नाक, हाथ सब पत्थर का हो उस पर कौन भरोसा करेगा। अब बसपा सुप्रीमों कहती हैं कि पार्क, स्मारक नहीं बनाएंगे, विकास करेंगे परन्तु उन पर कौन भरोसा करेगा। पता नहीं कब वे फिर भाजपा के साथ रक्षाबंधन मना लें।