उन्होंने कहा, ‘भारत एक जीवंत लोकतंत्र है जिसने संवैधानिक रूप से अल्पसंख्यकों के लिए धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार संस्थापित किए.’
नई दिल्ली में छह सितंबर को भारत और अमेरिका के बीच 2 प्लस 2 वार्ता के दौरान क्या मानवाधिकारों के मुद्दे पर भी चर्चा हुई इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘हम लोकतंत्रों का सम्मान करते हैं क्योंकि हमारा मानना है कि लोकतंत्र खुद में सुधार लाते हैं क्योंकि वहां संस्थाओं की अहम भूमिका है.’
कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस के एलन क्रोंसटैड ने पूछा, ‘मैं खासतौर से मानवाधिकारों के बारे में पूछना चाहता हूं. जैसा कि आप जानते हैं आपके खुद के विभाग ने रिपोर्टें दी थी जिसमें व्यापक मानवाधिकार उल्लंघनों पर चर्चा की गई थी. इनमें से कुछ उल्लंघन भारत में सरकार द्वारा करते दिखाई दिए?’ उन्होंने कहा, ‘हाल में जिस एक मुद्दे ने ध्यान आकर्षित किया है वह भाजपा नीत सरकार के तहत धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा है.’