चेन्नई ।शशिकला को अन्नाद्रमुक की कमान सौंपने की मुहिम तेज हो गई है। लोकसभा उपाध्यक्ष एवं पार्टी के प्रचार सचिव एम थंबीदुरई ने फिर कहा कि शशिकला ही अम्मा की असल राजनीतिक उत्तराधिकारी हैं।
उनके पास पार्टी को नेतृत्व देने की क्षमता और अनुभव है। उन्होंने बताया कि अम्मा ने भी शशिकला को चिनम्मा कहने को स्वीकृति दे दी थी।
लोकसभा उपाध्यक्ष के मुताबिक, चिनम्मा ने जयललिता का भरपूर साथ दिया और कई त्याग किए। उन्हें राजनीतिक साजिशों के कारण झूठे मामले बना कर जेल में भी डाला गया। बकौल थंबीदुरई, “जब भी मुझ जैसे लोग जयललिता से सलाह लेने जाते थे तो कई मामलों में शशिकला की सलाह और मार्गदर्शन बहुत महत्वपूर्ण होती थी।
कई बार अम्मा ने भी कहा कि चिनम्मा से बात कर लो। अब अम्मा के न रहने पर यह जरूरी है कि शशिकला डेढ़ करोड़ पार्टी कार्यकर्ताओं और तमिलनाडु की भलाई के लिए पार्टी की कमान संभालें।” उन्होंने कहा, “मैं सारी पार्टी के साथ हाथ जोड़ कर प्रार्थना करता हूं कि शशिकला हमारी नेता बनें।”
पार्टी की पुडुचेरी इकाई ने भी शशिकला से महासचिव का पद स्वीकार करने का आग्रह किया है। विधायक दल के नेता ए अंबालगन ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि मंत्रिमंडल में प्रस्ताव पारित कर जयललिता को भारत रत्न देने का केंद्र सरकार से आग्रह किया जाए।
470 हुए सदमे से मरने वाले
अन्नाद्रमुक ने दावा किया है कि जयललिता के देहांत से सदमे में आकर मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 470 हो गई है। पार्टी ने 190 लोगों की सूची जारी करते हुए इनके परिवारों के साथ संवेदना जताई है। मरने वालों के परिजनों को तीन-तीन लाख रुपये दिए जा रहे हैं। पार्टी केअनुसार, छह लोगों ने आत्महत्या करने का प्रयास भी किया। एक व्यक्ति ने अपनी अंगुलियां काट ली थी, जबकि एक ने आत्महत्या का प्रयास किया था। उन्हें भी पचास-पचास हजार रुपये दिए जा रहे हैं।
मंत्रियों, विधायकों समेत 500 ने मुंडवाए सिर
कोयंबटूर। तमिलनाडु विधानसभा के उपाध्यक्ष पोलाच्ची वी जयरामन और नगर प्रशासन मंत्री एसपी वेलुमणि समेत अन्नाद्रमुक के 500 सदस्यों ने सिर मुंडवाए। पार्टी के अनुसार, जयललिता के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त कर इन्होंने जयललिता की तस्वीर पर फूल चढ़ाए।