ये प्रयोगशाला बीकानेर, बांसवाड़ा, भरतपुर और चूरू में स्थापित की गई हैं. सराफ ने बताया कि प्रत्येक नई खाद्य प्रयोगशाला के लिए 55 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है.
पूर्व में जयपुर, अजमेर, उदयपुर, जोधपुर, अलवर और कोटा में 6 खाद्य प्रयोगशाला संचालित की जा रहीं है एवं जालौर में सातवीं खाद्य प्रयोगशाला स्थापित की जा चुकी है. सोमवार को स्थापिक की गईं 4 नई खाद्य प्रयोगशालाओं के बाद अब प्रदेश में कुल 11 खाद्य प्रयोगशाला संचालित की जा रही है. प्रदेश की सभी खाद्य प्रयोगशालाओं में केमिकल और माइक्रोबायोलॉजिकल जांच की सुविधा उपलब्ध है एवं जयपुर में मेटल्स की अतिरिक्त जांच सुविधा भी उपलब्ध है.
चिकित्सा मंत्री ने सोमवार को ही मोबाइल फूड टेस्टिंग प्रयोगशाला को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. लगभग 35 लख रूपये की लागत की यह मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब वातानुकूलित है. इस प्रयोगशाला में दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थ, तेल, मसाले इत्यादि की ऑन स्पॉट जांच कर जांच रिपोर्ट उपभोक्ता को दी जाएगी. यह सभी जांच सर्विलेंस के तहत की जाएगी एवं प्रत्येक जांच के लिए 50 रूपये का शुल्क निर्धारित किया गया है. इस मौके पर निदेशक जन स्वास्थ्य डॉक्टर वी के माथुर, अतिरिक्त निदेशक डॉ रवि प्रकाश माथुर, डॉ सुनील सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.