नई टिहरी: बुधवार को टिहरी झील में कैबिनेट बैठक शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने डोबरा पुल के पास बने फ्लोटिंग हट्स का निरीक्षण किया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की नाव में बीच झील में तेज लहरें उठने से पानी भर गया और नाव डगमगा गई। इस दौरान वहां से गुजर रही अन्य दो नावों की मदद से उस नाव से पानी निकाला गया।
कैबिनेट शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पर्यटन मंत्री और अन्य अधिकारी बड़ी बोट से वहां के लिए रवाना हुए इस दौरान अन्य अधिकारी, जल पुलिस के जवान, प्रेसकर्मी और भाजपा कार्यकर्ता भी नावों से वहां के लिए रवाना हुए। इस बीच बड़ी नावों के जाने से झील में तेज लहरें उठनी शुरू हो गईं।
इसके चलते भाजपा कार्यकर्ताओं से भरी एक नाव असंतुलित हो गई और उसमें पानी भर गया। शोर मचाने के बाद वहां से गुजर रही अन्य दो नावें वहां पहुंची और पानी से भरी नाव से भाजपा कार्यकर्ताओं को निकाला। उसके बाद नाव से आपरेटर ने पानी निकाला उसके बाद नाव वहां से रवाना हुई।
सुरक्षा प्रबंध में रही चूक
फ्लोटिंग मरीना की क्षमता 80 लोगों की है, लेकिन मरीना में 100 से ज्यादा लोग सवार हो गए। प्रशासन और पुलिस की लापरवाही की वजह से वहां पर कई लोग चढ़ गए। जिसके कारण मरीना का प्लेटफार्म भी हिलने लगा। इस दौरान पुलिस ने लोगों को बाहर करने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ कम नहीं हो पाई।
बांध के प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसी मरीना
टिहरी बांध झील में टिहरी हाइड्रो डेवलेपमेंट कार्पोरेशन (टीएचडीसी) ने दो किमी का एरिया प्रतिबंधित किया है। सुरक्षा कारणों से यहां पर किसी भी तरह की नाव की आवाजाही प्रतिबंधित की गई है, लेकिन बुधवार को कैबिनेट के दौरान फ्लोटिंग मरीना झील के प्रतिबंधित क्षेत्र में भी पहुंच गई।