तिनसुकिया। स्वाधीनता दिवस के बहिष्कार की धमकी देने वाले प्रतिबंधित आतंकी संगठन उल्फा के उग्रवादियों ने सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए बीती रात ऊपरी असम के तिनसुकिया जिले के फिलोबाड़ी इलाके में अंधाधुंध गोलीबारी कर पिता-पुत्र की नृशंस हत्या कर दी। इस गोलीबारी में कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिनका डिब्रूगढ़ मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा है। उल्फा (स्वाधीन) ने पूर्व की तरह एक बार फिर से मुख्य रूप से हिंदीभाषियों को निशाना बनाया है।
मारे गए पिता-पुत्र की पहचान किशोरी शाह (65) और राजेश शाह (30) के रूप में की गई है। गोलीबारी के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है। जानकारी के अनुसार स्वचालित हथियारों से लैस संदिग्ध उल्फाइयों (स्वा) के पांच सदस्यीय दल ने जिले के फिलोबाड़ी थानांतर्गत 11 नंबर बामुनगांव में खेतीबाड़ी करने वाले किशोरी शाह के मकान पर जबर्दस्त फायरिंग शुरू कर दी। बताया गया है कि घर में उस समय धार्मिक अनुष्ठान चल रहा था जिसके चलते घर में काफी लोग एकत्र थे। गोली लगने के बाद किशोरी शाह की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पुत्र की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। वहीं घायलों में एक अन्य पुत्र अवधेश शाह, पड़ोसी सोनू शाह, बबन गौड़, जितेंद्र चौहान, प्रतिमा देवी और रंजीत शाह शामिल हैं। सभी घायलों को गोलियां लगी हैं।
सूत्रों ने बताया कि हमलावर पैदल ही आए थे। घटना को अंजाम देने के बाद पैदल ही भाग निकले। पुलिस की कार्रवाई काफी देर से आरंभ हुई जिसके चलते हमलावर भाग निकले। इस घटना के बाद इलाके के लोगों में तीखा गुस्सा देखा जा रहा है। सूचना मिलते ही तिनसुकिया जिला के पुलिस अधीक्षक मुग्ध ज्योति महंत मौके पर पहुंचकर सुरक्षा हालात का जायजा लेने के साथ ही आतंकियों की धर-पकड़ के लिए जोरदार अभियान चलाने का निर्देश जारी किया। उल्लेखनीय है कि बीते कल आतंकियों ने एक धमाका भी किया था, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे। उन्हें तिनसुकिया के जिला अस्पताल व गंभीर रूप से घायलों को डिब्रूगढ़ मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में निचले असम में प्रतिबंधित आतंकी संगठन एनडीएफबी (संगबिजीत गुट) ने कोकराझार जिला शहर के भीड़ भरे बाजार में अंधाधुंध गोलीबारी कर एक दर्जन से अधिक लोगों की जान ले ली थी, जिसको देखते हुए राज्य सरकार ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी किया है। इसके बावजूद आतंकी घटनाएं थम नहीं रही हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के आसपास आतंकी संगठन हमले तेज कर सकते हैं, इसके बावजूद पुलिस प्रशासन इसको रोकने में विफल साबित हुआ है।
इस घटना की मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, भाजपा, कांग्रेस समेत अन्य दल व संगठनों ने कड़े शब्दों में निंदा की है। माना जा रहा है कि स्वंतत्रता दिवस के आसपास उल्फा व अन्य आतंकी संगठन और भी आतंकी घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं। हालांकि सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे राज्यभर में जोरदार धर-पकड़ अभियान चला रही हैं लेकिन आतंकियों में इसका कोई खौफ नहीं दिखाई दे रहा है।