नई दिल्ली। केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव ने कहा कि अगले पांच वर्षों में देश में 10 नए आयुर्वेद संस्थान खोले जाएंगे। यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की है। यह जानकारी अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) के 8वें स्थापना दिवस पर दी गई।
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जाधव ने इस अवसर पर कहा कि यह आयुष मंत्रालय के लिए एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि राष्ट्रपति ने संस्थान का दौरा किया। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद, एक प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है, जो विश्वभर में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। मंत्री ने ‘आयुष औषधि केंद्र’ की शुरुआत की भी जानकारी दी, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में प्रामाणिक और किफायती आयुर्वेदिक दवाएं उपलब्ध कराना है।
जाधव ने जीवनशैली के संतुलन और योग के अभ्यास के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद समग्र स्वास्थ्य दृष्टिकोण के साथ शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक कल्याण प्राप्त करने में मदद करता है। पर्यावरणीय क्षरण की चुनौतियों का सामना करते हुए, आयुर्वेद व्यक्तिगत स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यावरण की भलाई को भी सुनिश्चित करता है।
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि एआईआईए ने 2014 में अपनी स्थापना के बाद से स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों में नई उम्मीदें जगाई हैं। अब तक, एआईआईए ने 28 लाख से अधिक लाभार्थियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की हैं।
आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने बताया कि एआईआईए आयुर्वेद के क्षेत्र में एक मानक स्थापित करता है और यह पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में जागरूकता, अनुसंधान और सफलता के लिए कार्य करता है।
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