रायबरेली। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग सदस्य पूनम द्विवेदी ने बुधवार को रायबरेली में जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया। बचत भवन सभागार में आयोजित इस जनसुनवाई में करीब 15 पीड़ित महिलाओं ने अपनी समस्याएं और प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किए।

महिला आयोग सदस्य पूनम द्विवेदी ने सभी मामलों को गंभीरता से सुना और संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी मामलों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण समयबद्ध तरीके से किया जाए।
विशेष रूप से घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के मामलों में उन्होंने अधिकारियों को समुचित काउंसलिंग सुनिश्चित कराने की बात कही। उनका कहना था कि काउंसलिंग के आधार पर ही आगे की विधिक कार्रवाई तय की जानी चाहिए। कुछ मामलों में उन्होंने स्वयं पीड़ित महिलाओं की व्यक्तिगत काउंसलिंग भी की।

कार्यक्रम के बाद पूनम द्विवेदी ने जिला कारागार स्थित महिला बंदी गृह का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने महिलाओं की रहन-सहन, खानपान और जेल में रह रहे बच्चों की देखभाल की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने जेल अधीक्षक को निर्देश दिया कि महिला बंदियों और उनके साथ रह रहे बच्चों की सुरक्षा और सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए।
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इसके उपरांत उन्होंने स्वैच्छिक संस्था गांधी सेवा निकेतन द्वारा संचालित बालिका गृह का भी निरीक्षण किया। यहां 48 बालिकाएं और तीन छोटे बच्चे निवास कर रहे हैं। उन्होंने संस्था की साफ-सफाई व्यवस्था को सामान्य बताया और निर्देश दिए कि बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और मानसिक विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाए।

महिला आयोग की इस पहल से न सिर्फ महिलाओं को न्याय की उम्मीद बंधी है, बल्कि संबंधित संस्थानों को भी जवाबदेही की दिशा में आगे बढ़ने का संकेत मिला है।