नई दिल्ली । 500, 1000 के पुराने नोट बैन होने के बाद अचानक टैक्स प्रोफेशनल्स की डिमांड बढ़ गई है।
प्रोफेशनल्स 5 फीसदी से 25 फीसदी के बीच चार्ज कर लोगों को रास्ते बता रहे हैं कि कैसे वे अपनी कैश राशि को बिना किसी टैक्स फ्रॉड के चक्कर के सफेद कर सकें।
आइए बताते हैं उन तरीकों के बारे में जिनका इस्तेमाल अपने पास मौजूद कैश को लीगल बनाने के लिए किया जा रहा है…
1- सेविंग
यह लोगों के लिए एक बड़ा ही आसान उपाय है। लोग घर में इकट्ठा कैश को हाउसवाइफ की सेविंग्स बता कर पैसे जमा कर सकते हैं। टैक्स कानून सम्बध्द में स्पष्ट नहीं हैं कि कोई अपनी कुल आय और महीने के खर्च के बाद कितनी राशि बचत के तौर पर दिखा सकता है। एक उदाहरण से समझें तो यदि किसी कि मासिक आय 100000 रुपये और खर्च 50000 रुपये है तो पत्नी 10,000-15,000 रुपये हर महीने अलग से सेविंग कर सकती है।
याद रहे- यह बचत आपके खर्चे से 20-25 फीसदी से अधिक है, तो आप टैक्स डिपार्टमेंट की नजर में आ सकते हैं।
2- स्टडी क्लासेज
चार्टर्ड अकाउंटेंट ने बताया कि लोग अपनी पत्नी और बच्चों की इनकम दिखाने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। ट्यूशन देकर 2.5 लाख रुपये/वार्षिक आय दिखाई जा सकती है। टैक्स प्रफेशनल्स लोगों को पिछले दो साल साल का टैक्स रिटर्न फाइल करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। टैक्स नियमों के मुताबिक हर महीने एक फीसदी का इट्रेंस्ट फाइन के तौर पर अदा कर रिटर्न फाइल किया जा सकता है।
याद रहे- अगर स्टडी क्लासेज में ज्यादा इनकम दिखाएंगे तो टैक्स डिपार्टमेंट आपके रिटर्न की जांच कर सकता है। ट्यूशन पढ़ने वाले बच्चों की डिटेल और डेली रूटीन भी चेक की जा सकती है।
3- रिश्तेदारों से मिलने वाले गिफ्ट
यह भी एक कॉमन ट्रिक है। लोग कैश को रिश्तेदारों से मिला गिफ्ट बताते हैं। अगर गिफ्ट पाने वाला वयस्क है तो कुछ निर्दिष्ट नजदीकी रिश्तेदारों से मिलने वाला गिफ्ट टैक्स मुक्त होता है। हालांकि इसमें भी किसी हाउसहोल्ड की ओवरऑल इनकम के साथ तालमेल होना चाहिए। अगर किसी परिवर की मासिक आय 50000 रुपये है तो सालाना 20 से 25000 रुपये तक का कैश गिफ्ट चलेगा।
याद रहे- गिफ्ट की राशि ज्यादा दिखाई जाये वरना टैक्स डिपार्टमेंट आपसे गिफ्ट देने वाले का नाम पूछ सकता है। गिफ्ट देने वाले के खिलाफ इनकम की जांच की जा सकती है।
4- वैवाहिक व मुंडन संस्कार
जिनकी इस साल शादी हुई है या जिनके बच्चों के मुंडन संस्कार हुए हैं वे लकी हो सकते हैं। चार्टर्ड अकाउंटेंट के अनुसार शादी और मुंडन ऐसे दो संस्कार हैं जिनमें रिश्तेदारों के अलावा दूसरे लोगों से भी मिले गिफ्ट टैक्स फ्री होते हैं। ऐसे में कैश को गिफ्ट के तौर पर भी दिखाया जा सकता है। हालांकि इसे भी आय के मुताबिक ही होना चाहिए।
याद रहे- अगर ऐसा नहीं है तो यह रास्ता दोधारी तलवार हो सकता है। अगर शादी काफी भव्य हुई है, जहां काफी कैश मिला है, तब टैक्स डिपार्टमेंट शादी में खर्च हुए पैसे का सोर्स पूछ सकता है।
5- कर्मचारियों को अडवांस और लोन
व्यवसायी और यहां तक कि सैलरी पाने वाले भी नगदी का यूज अपने कर्मचारियों या वेंडरों को अडवांस भुगतान देने में कर सकते हैं। इसमें भी कोई लिमिट नहीं है कि कितना अडवांस दिया जा सकता है।
याद रहे- अगर कर्मचारियों को 2-3 महीने से अधिक का अडवांस दिया तो वे जॉब छोड़ देंगे और पैसा डूब सकता है। पेपरवर्क कर लोगों को लोन दिया जा सकता है।