जमशेदपुर। जुगसलाई की रहने वाली एक मां ने अपनी बेटी को इंजीनियरिंग पढ़ाने के लिए अपनी किडनी बेचने की लिए डीसी को एक पत्र लिखकर अनुमति मांगी है, जिससे किडनी प्रत्यारोपन के दौरान कोई कानूनी बाधा न हो।
महिला की बेटी ओडिशा के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में इंजीनियरिंग की थर्ड इयर की छात्रा है।
हालांकि पैसे के अभाव में तीन साल से उसकी फीस नहीं दी जा सकी है। गौरतलब है कि जुगसलाई की रहने वाली सुनीता देवी की बेटी ओडिशा के भुवनेश्वर के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ रही है। पढ़ाई के लिए उसे 2.77 लाख रुपये की जरुरत है। लेकिन लाख प्रयास के बावजूद भी वह इतना पैसा जुटा नहीं सकी है।
हालांकि कुछ समाजसेवियों ने उन्हें पैसा दिया है। लेकिन फीस के अनुरूप पैसा नहीं जुट पाया। अंत में उसने अपनी किडनी बेचने का निर्णय लिया। किडनी बेचने में कानूनी कार्रवाई में कोई दिक्कत न हो, इसके लिये सुनीता देवी ने डीसी को पत्र सौंपा है।
सुनीता देवी ने बताया कि उसकी बेटी पढ़ने में मेधावी है और दसवीं में उसके 89.6 प्रतिशत और इंटर में 93.25 प्रतिशत अंक आए थे।बी. टेक थर्ड इयर में भी वह अच्छा अंक लाई है। बेटी की पढ़ाई के प्रति रुचि देख कर उसने किडनी बेचने का निर्णय लिया है ताकि उसकी फीस जमा हो सके।
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