लाहौर। मुंबई पर हुए 26/11 के आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को पाकिस्तान के लिए खतरा बताकर रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ अपने ही देश के नेताओं के निशाने पर हैं। विभिन्न राजनीतिक पार्टियों और धर्मगुरुओं ने उनकी आलोचना की है। रक्षा मंत्री को भारत का माउथपीस (भोंपू) करार दिया है।
पाकिस्तानी अखबार द न्यूज इंटरनैशनल के मुताबिक, नेताओं ने जमात-उद-दावा प्रमुख पर आसिफ की टिप्पणी की कटु आलोचना करते हुए हाफिज सईद को ‘देशभक्त’ बताया है। पाकिस्तानी लीडर्स आसिफ के जर्मनी में दिए उस बयान की आलोचना कर रहे हैं, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘हाफिज सईद समाज के लिए खतरा बन सकता है।’
रिपोर्ट के मुताबिक, पाक रक्षा मंत्री की आलोचना करने वालों में डिफेंस ऑफ पाकिस्तान काउंसिल के चेयरमैन मौलाना समीउल हक के अलावा शाह बुगती, सरदार अतीक अहमद खान, लियाकत बलूच, सेनेटर मोहम्मद अली दुर्रानी, मियां महमूद उर रशीद, सरदार लतीफ अहमद खोसा, सेनेटर हाफिज हमदुल्लाह, जमशेद अहमद दश्ती, शाह ओवैस नूरानी, हाफिज अब्दुल गफूर रोपारी जैसे पाक लीडर्स शामिल हैं।
मौलाना समीउल हक ने कहा कि ख्वाजा आसिफ को जर्मनी में कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा ‘अत्याचार’ का मामला उठाना चाहिए था। शाह बुगती ने कहा कि हाफिज सईद को नजरबंद किया जाना कश्मीर के भारत से आजादी के संघर्ष को कमजोर करता है। मोहम्मद अतीक ने कहा कि ख्वाजा आसिफ जैसे नेता भारत के तुष्टिकरण के लिए बयान जारी कर रहे हैं।
वहीं, जमीयत ए इस्लामी के नेता लियाकत बलूच ने कहा कि आसिफ अपने जुबान पर काबू रखने में नाकाम हो गए हैं, चाहे वह देश में हों या बाहर। इस बीच, जमात ने रक्षा मंत्री के बयान को लेकर मंगलवार से पूरे पाकिस्तान में विरोध-प्रदर्शन और रैलियां करने का ऐलान किया है। जमात के प्रवक्ता ने कहा कि सभी बड़े शहरों और कस्बों में प्रदर्शन किया जाएगा। संगठन ने मांग की कि रक्षा मंत्री के बयान पर पीएम नवाज शरीफ को संज्ञान लेना चाहिए।