वाराणसी में 12-14 नवंबर को गंगा महोत्सव और 15 नवंबर को देव दीपावली का आयोजन अस्सी घाट पर। जिलाधिकारी एस.राजलिंगम ने सुरक्षा, सफाई और प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
वाराणसी। आगामी 12 से 14 नवंबर तक वाराणसी में गंगा महोत्सव और 15 नवंबर को देव दीपावली का भव्य आयोजन अस्सी घाट सहित विभिन्न गंगा घाटों पर किया जाएगा। इस आयोजन की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी एस.राजलिंगम ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में आयोजन की व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने के निर्देश जारी किए गए, जिसमें सफाई, सुरक्षा, चिकित्सा, पार्किंग और प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करना प्रमुख बिंदु थे।
गंगा महोत्सव और देव दीपावली पर सुरक्षा इंतजाम: जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गंगा महोत्सव के दौरान अस्सी घाट पर मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें लेजर शो और फायर शो शामिल होंगे। घाटों की सफाई व्यवस्था और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और एनडीआरएफ की तैनाती की जाएगी। देव दीपावली के दिन घाटों पर दीप प्रज्ज्वलन के लिए अस्थायी शौचालय, एंबुलेंस और अग्निशमन सेवाएं भी उपलब्ध रहेंगी।
प्रकाश व्यवस्था और ब्रांडिंग: देव दीपावली के आयोजन को और भव्य बनाने के लिए सभी प्रमुख घाटों, पुलों और चौराहों पर प्रकाश व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर कार्यक्रम की ब्रांडिंग की जाएगी ताकि पर्यटक इस आयोजन के प्रति आकर्षित हों। 15 नवंबर को काशी विश्वनाथ धाम के सामने विशेष आतिशबाजी का कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसके लिए सुरक्षा और अग्निशमन की व्यवस्था भी की जाएगी।
प्रमुख अधिकारी और समितियां शामिल: इस बैठक में उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण अक्षत वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, अपर जिलाधिकारी नगर आलोक कुमार वर्मा सहित पर्यटन विभाग के अधिकारी और घाटों की विभिन्न समितियों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
देव दीपावली का उद्देश्य: गंगा महोत्सव और देव दीपावली का आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व का है, बल्कि यह पर्यटकों के लिए एक विशेष आकर्षण भी बनता है। काशी के घाटों पर होने वाले दीप प्रज्ज्वलन का नजारा देखने के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु और पर्यटक जुटते हैं।