लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में परास्नातक कोर्सो की काउंसिलिंग प्रक्रिया समाप्ती की ओर है। हर बार की तरह इस बार भी लगगभ दो दर्जन से अधिक पीजी, डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्सेस की सीटें खाली रह गई। छात्रों की बेरूखी के कारण विवि के दो दर्जन से अधिक कोर्सेस को इस बार एक भी छात्र ने प्रवेश नहीं लिया। कई ऐसे कोर्स है जिनका खाता भी नहीं खुल सका। इसलिए विवि ने कई दर्जन कोर्सों को निरस्त कर दिया है।
इसमें सबसे ज्यादा डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स शामिल है। वहीं कुछ कोर्सेस ऐसे ही जिनमें एक या दो प्रवेश के लिए आवेदन ही आए है। ऐसे में विवि के नियम के अनुसार 40 प्रतिशत सीटें न भरने के कारण इन्हें इस साल निरस्त कर दिया गया है। गौरतलब हो कि पिछले साल भी विवि में करीब दो दर्जन कोर्सो को बंद करना पड़ा था।
वहीं पीजी के कई कोर्सेस में डबल प्रवेश के मामले सामने आए है। कई कोर्सेस में ऐसे छात्र मिले है जो इसी साल पीजी कोर्सेस पूरा करने के बाद दोबारा से उसी फैकेल्टी में दूसरे विषय से पीजी के लिए आवेदन किया है। प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने ऐसे कई छात्रों को पकड़ा है, जिन्होंने डबल पीजी के लिए आवेदन किया है। विवि इनका पिछला रिकार्ड निकाल रही है, जिसे यह पता चल सके की इनका कोई खराब रिकार्ड तो नहीं रहा है। सूत्रों का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव की आहट को देखते हुए ज्यादातर छात्रों ने पीजी कोर्सेस में दोबारा से प्रवेश के लिए आवेदन किया है।
अंतिम चरण में केवल 115 छात्रों के प्रवेश हुए है। शेष कोर्सेस की सीटें खाली रह गई है। केवल फाइन आट्र्स के कुछ सीटों के लिए काउंसिलिंग आयोजित होगी। खाली रह गए कोर्सेस इस साल निरस्त रहेगें।
वर्जन – प्रो. अनिल मिश्रा, एडमिशन कोऑर्डिनेटर