किसानों का अयोध्या धाम की ओर कूच, प्रशासन ने रोकी यात्रा
हरदोई: तीन वर्षों से अपनी समस्याओं के समाधान की उम्मीद में संघर्ष कर रहे किसानों ने अंततः धरना प्रदर्शन का रास्ता अपनाया। बघौली थाना क्षेत्र के गोडाराव बाजार में 2 अक्टूबर से चल रहे धरने के दौरान जब कोई जिम्मेदार अधिकारी उनकी समस्याओं को सुनने नहीं आया, तो गुस्साए किसानों ने अयोध्या धाम की ओर पैदल कूच करने का निर्णय लिया।
किसान गोडाराव बाजार से निकलकर बेनीगंज कोतवाली क्षेत्र की सीमा में बरौली पहुंचे और वहां से जखवा, गिरधरपुर, अटवा, मुठिया, कोरोकला, जमुखिया, और कोथावा होते हुए रात करीब 9 बजे हत्याहरण तीर्थ पहुंचे।
सोमवार सुबह 11 बजे, दर्जनों किसान हत्याहरण तीर्थ से पैदल चलते हुए भैंनगाव चौराहा, कल्याणमंन, शिवथाना, बंशीपारा, ऐमा, और मीना बाजार पहुंचे। उनके पैदल मार्च की सूचना मिलते ही एसडीएम संडीला नायब तहसीलदार अंकित तिवारी के साथ मौके पर पहुंचे।
किसान शक्ति महासभा के प्रदेश अध्यक्ष नीरज शुक्ला, भारतीय किसान यूनियन इंडिया की महिला जिलाध्यक्ष रेखा दीक्षित, और दिव्यांग यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत ने बताया कि उन्होंने कई बार ज्ञापन सौंपे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। किसान अब प्रभु श्रीराम से अपनी समस्याओं के समाधान की गुहार लगाने के लिए अयोध्या जा रहे हैं।
अधिकारियों ने किसानों को मनाने की कोशिश की, लेकिन किसानों ने अधिकारियों के वादों पर विश्वास नहीं किया और अतरौली थाने की सीमा में लगभग एक बजे प्रवेश कर गए। बेनीगंज कोतवाल बृजेश राय, अतरौली थाना प्रभारी दिलेश सिंह, नायब तहसीलदार संडीला अंकित तिवारी, और सदर तहसीलदार हरदोई अनुज कुमार मौके पर पहुंचे, लेकिन किसान नहीं माने।
प्रशासन ने किसानों को गोड़वा चौराहे पर रोक दिया। इस आंदोलन में अनुपम मिश्रा, रामलखन मौर्या, छोटेलाल वर्मा, घनश्याम, छोटू वर्मा, रामकुमारी, रामवती, शिवरानी, रामकली सहित बड़ी संख्या में किसान शामिल थे।
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किसानों का यह प्रदर्शन उनकी समस्याओं के प्रति प्रशासन की उपेक्षा को दर्शाता है और यह संकेत देता है कि वे अपनी मांगों को लेकर कितने गंभीर हैं। आगे देखना होगा कि प्रशासन इस मुद्दे का समाधान कैसे करता है और क्या किसानों की समस्याओं का समाधान हो पाता है।
: तीन वर्षों से अपनी समस्याओं के समाधान की उम्मीद में संघर्ष कर रहे किसानों ने अंततः धरना प्रदर्शन का रास्ता अपनाया। बघौली थाना क्षेत्र के गोडाराव बाजार में 2 अक्टूबर से चल रहे धरने के दौरान जब कोई जिम्मेदार अधिकारी उनकी समस्याओं को सुनने नहीं आया, तो गुस्साए किसानों ने अयोध्या धाम की ओर पैदल कूच करने का निर्णय लिया।
किसान गोडाराव बाजार से निकलकर बेनीगंज कोतवाली क्षेत्र की सीमा में बरौली पहुंचे और वहां से जखवा, गिरधरपुर, अटवा, मुठिया, कोरोकला, जमुखिया, और कोथावा होते हुए रात करीब 9 बजे हत्याहरण तीर्थ पहुंचे।
सोमवार सुबह 11 बजे, दर्जनों किसान हत्याहरण तीर्थ से पैदल चलते हुए भैंनगाव चौराहा, कल्याणमंन, शिवथाना, बंशीपारा, ऐमा, और मीना बाजार पहुंचे। उनके पैदल मार्च की सूचना मिलते ही एसडीएम संडीला नायब तहसीलदार अंकित तिवारी के साथ मौके पर पहुंचे।
किसान शक्ति महासभा के प्रदेश अध्यक्ष नीरज शुक्ला, भारतीय किसान यूनियन इंडिया की महिला जिलाध्यक्ष रेखा दीक्षित, और दिव्यांग यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत ने बताया कि उन्होंने कई बार ज्ञापन सौंपे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। किसान अब प्रभु श्रीराम से अपनी समस्याओं के समाधान की गुहार लगाने के लिए अयोध्या जा रहे हैं।
अधिकारियों ने किसानों को मनाने की कोशिश की, लेकिन किसानों ने अधिकारियों के वादों पर विश्वास नहीं किया और अतरौली थाने की सीमा में लगभग एक बजे प्रवेश कर गए। बेनीगंज कोतवाल बृजेश राय, अतरौली थाना प्रभारी दिलेश सिंह, नायब तहसीलदार संडीला अंकित तिवारी, और सदर तहसीलदार हरदोई अनुज कुमार मौके पर पहुंचे, लेकिन किसान नहीं माने।
प्रशासन ने किसानों को गोड़वा चौराहे पर रोक दिया। इस आंदोलन में अनुपम मिश्रा, रामलखन मौर्या, छोटेलाल वर्मा, घनश्याम, छोटू वर्मा, रामकुमारी, रामवती, शिवरानी, रामकली सहित बड़ी संख्या में किसान शामिल थे।
किसानों का यह प्रदर्शन उनकी समस्याओं के प्रति प्रशासन की उपेक्षा को दर्शाता है और यह संकेत देता है कि वे अपनी मांगों को लेकर कितने गंभीर हैं। आगे देखना होगा कि प्रशासन इस मुद्दे का समाधान कैसे करता है और क्या किसानों की समस्याओं का समाधान हो पाता है।