“उत्तर प्रदेश दिवस 24 से 26 जनवरी तक ‘विकास व विरासत प्रगति पथ पर’ थीम पर मनाया जाएगा। प्रदर्शनी, संगोष्ठी, सांस्कृतिक कार्यक्रम समेत भव्य आयोजन होंगे।”
लखनऊ। योगी सरकार के नेतृत्व में इस बार भी 24 से 26 जनवरी तक उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन भव्य स्तर पर किया जाएगा। इस वर्ष का थीम ‘विकास व विरासत प्रगति पथ पर उत्तर प्रदेश’ रखा गया है। इस थीम के आधार पर प्रदर्शनी, संगोष्ठी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रतियोगिताएं और रोड शो समेत अन्य कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी विभागों को निर्देश दिया है कि उत्तर प्रदेश दिवस के आयोजन को जनसहभागिता और भव्यता के साथ मनाया जाए। मुख्य कार्यक्रम लखनऊ और नोएडा में होंगे, लेकिन राज्य के सभी 75 जनपदों में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
1950 से जारी है परंपरा, योगी सरकार ने दिया नया आयाम
उत्तर प्रदेश राज्य की स्थापना 24 जनवरी 1950 को हुई थी, जब इसे ‘संयुक्त प्रांत’ से बदलकर ‘उत्तर प्रदेश’ नाम दिया गया। योगी सरकार ने 2018 से इस दिन को भव्य रूप से मनाना शुरू किया। इस वर्ष भी जनसहभागिता से यूपी दिवस को मनाया जाएगा।
मुख्य कार्यक्रम और आयोजन
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने सभी विभागों को निर्देशित किया है कि इस वर्ष यूपी दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में ‘विकास व विरासत प्रगति पथ पर उत्तर प्रदेश’ थीम को प्रमुखता दी जाए।
प्रदर्शनी और आयोजन
MSME विभाग: ओडीओपी के तहत शिल्पकारों के उत्पादों की प्रदर्शनी।
उद्योग विभाग: स्टार्टअप और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर प्रदर्शनी।
सूचना विभाग: प्रगतिमान उत्तर प्रदेश पर प्रदर्शनी।
संस्कृति विभाग: प्रदेश की कला, संस्कृति और इतिहास पर आधारित प्रदर्शनियां।
गृह विभाग: मिशन शक्ति पर आधारित प्रदर्शनी।
नगर विकास विभाग:कुम्भ और काकोरी ट्रेन एक्शन पर प्रदर्शनी।
23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती, 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर विशेष कार्यक्रम होंगे। विजेताओं और उत्कृष्ट कार्य करने वाले नागरिकों को भी सम्मानित किया जाएगा।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल