केदारनाथ धाम को तीर्थाटन का विश्वस्तरीय केंद्र बनाने के लिए सरकार अब अत्याधुनिक रोपवे प्रणाली निर्मित करेगी। पर्यटन विभाग ने रोपवे के लिए स्थान चिन्हित करने के साथ वहां निवेश को आकर्षित करने के लिए ईओआई निकाल रहा है। निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया से अलग तरीका अपनाया जा रहा है। निर्माण के लिए आने वाले पौने पांच सौ करोड़ की लागत को देखते हुए पीपीपी मोड पर संचालित किया जा सकता है।
हेली सेवा का बनेगा विकल्प
रोपवे परियोजना के निर्माण के बाद सरकार धाम तक जाने वाली हेली सेवाओं को रोक लग सकती है। विशेष परिस्थितियों में भी हेलीकाप्टर सेवा चलेगी। रोपवे की दरों को इसी अनुसार तय किया जा रहा है। इसके अलावा अत्यधिक हेली सेवा से वन एवं पर्यावरण संबंधित आपत्तियों पर भी विराम लगेगा।
उत्तराखंड: केदारनाथ-गौरीकुंड रोपवे बनाने का खुला ऑफर, पर्यटन विभाग ने जारी किया ईओआई
केदारनाथ धाम दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को जल्द रोपवे की सुविधा देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पर्यटन विभाग बुधवार को गौरीकुंड से केदारनाथ धाम के बीच रोपवे बनाने के लिए इच्छुक कंपनियों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) मांगा है। करीब 8.5 किलोमीटर लंबा रोपवे लगभग पौने पांच सौ करोड़ की लागत से तैयार होगा। वहीं, इसके माध्यम से धाम आने जाने का संभावित किराया लगभग साढ़े तीन हजार रुपये रहेगा।