दरवाजा खोलिए या रोशनदान, अगर दिल में देश के लिए सम्मान का भाव नहीं है और पड़ोसी मुल्क से अलगाववादियों की साठ-गांठ है तो वार्ता की बयार तो बहने से रही। इसमें शक नहीं कि संवाद ही केसी भी समस्या का स्थायी समाधान है लेकिन अगर अलगाववादी वार्ता की मेज …
Read More »विशेष
हुड्डा पर छापे के मायने
सियाराम पांडेय ‘शांत’ गुड़गांव में हुए भूमि अधिग्रहण में धांधली के एक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के घर छापा मारा। इसके अतिरक्त यूपीएससी के एक वर्तमान सदस्य के घर समेत 20 स्थानों पर भी छापेमारी की गई। कांग्रेस इसे राजनीतिक िवद्वेष …
Read More »संघ पर आरोप: तथ्य और सत्य – राजनाथ सिंह ‘सूर्य’
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर महात्मा गांधी की हत्या का आरोप लगाना कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के लिए गुड़ भरा हंसिया साबित हो रहा है जिसे न तो वे निगल पा रहे हैं न उगल। उन्होंने भिवांडी की स्थानीय अदालत में अपने खिलाफ दाखिल वाद को रद्द करने के लिए सर्वोच्च …
Read More »ओबीसी कोटे में भी कोटा देगी सरकार
लखनऊ। केंद्र की भाजपा सरकार देश में ओबीसी के आरक्षण कोटे में एक और कोटा देगी। इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। इसे यूपी चुनाव को देखते हुए भाजपा का एक बड़ा दांव माना जा रहा है। केंद्र सरकार घुमंतू जातियों, विमुक्त जातियों और डी नोटिफाइड जातियों के लिए …
Read More »दोस्ती करो जान कर, पानी पीओ छान कर
भारत और अमेरिका की दोस्ती चीन और पाकिस्तान के गले की फांस बनी हुई है। वे इसे अपने लिए खतरा मान रहे हैं। इस दोस्ती को लेकर वे पहले ही काफी परेशान थे लेकिन रक्षा क्षेत्र में अमेरिका से अहम समझौता कर भारत ने इन दोनों ही देशों की बोलती …
Read More »कमजोर आय के सवर्णों को भी आरक्षण
अभी हाल ही में आजमगढ़ में आईटीआई मैदान में आयोजित रैली में मायावती ने कहा कि कमज़ोर आय वर्ग के सवर्णों को भी आरक्षण मिलना चाहिए। यदि हम अतीत में झांकें तो बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर ने कहा था कि 26 जनवरी, 1950 से देश विरोधाभासों के दौर में …
Read More »विश्व मानचित्र पर भारतीय संस्कृति की छाप : मुजफ्फर हुसैन
हम आज जिस भू-भाग पर रहते हैं सर्व प्रथम उसके लिए यह निश्चित कर लें कि भारत देश से हमारा तात्पर्य क्या है। भारत का जो मानचित्र इस समय हमारे सम्मुख है क्या हम उसके संबंध में बात कर रहे हैं या फिर उस भारत के विषय में चिंतन कर …
Read More »विकास के तेज या मंद स्वरूप पर मंथन
विकास भारत की जरूरत है लेकिन उसका स्वरूप कैसा हो, विकास धीरे-धीरे हो, क्रमबद्ध तरीके से हो या तीव्र गति से, यह विमर्श का विषय है। प्रसन्नता की बात यह है कि इस मुद्दे पर चिंतन शुरू भी हो गया है। नीति आयोग के तत्वावधान में विकास को लेकर बहस …
Read More »और भी है राष्ट्रीय कर्तव्य
सियाराम पाण्डेय (शान्त) भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी तीन दशक तक सत्ता में बने रहने के ख्वाहिशमंद हैं। इसकी बड़ी वजह यह है कि वे इस देश से गरीबी को मिटा देना चाहते हैं और इस निमित्त चुनाव जीतने को भाजपा का राष्ट्रीय कर्तव्य मान रहे हैं। वे पं. दीनदयाल …
Read More »वैदिक मूल्यों के संवाहक श्रीकृष्ण
भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूप एवं उनके आविर्भाव, चरित्र, गुण, प्रभाव और वचन की महिमा अनंत और अपार है। आज अविनाशी, सर्वज्ञ, सर्वशक्तिमान, पूर्ण ब्रह्म परमात्मा ही स्वयं दिव्य अवतार धारण करके प्रकट होते हैं। उनके दर्शन,भाषण श्रवण, िचंतन और वंदन कर पापी भी परम पवित्र हो जाते हैं। यह उनके …
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