“फिरोजाबाद के रामगढ़ में मस्जिदों से तेज आवाज वाले लाउडस्पीकर हटाए गए। एसपी रविशंकर ने कहा, नियमों का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य है। जानिए पूरी खबर।”
फिरोजाबाद।उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के रामगढ़ इलाके में पुलिस ने मस्जिदों पर लगे तेज आवाज वाले लाउडस्पीकरों को हटाने की कार्रवाई की है। पुलिस का यह कदम स्थानीय नागरिकों की शिकायतों के बाद उठाया गया है। फिरोजाबाद के एसपी रविशंकर ने बताया कि मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों की आवाज को लेकर लंबे समय से शिकायतें आ रही थीं।
एसपी रविशंकर का बयान:
एसपी ने कहा, “कुछ जगहों पर मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों की आवाज को नियमों के अनुसार कम कर दिया गया है, जबकि जिन मस्जिदों में नियमों का उल्लंघन पाया गया, वहां से लाउडस्पीकर पूरी तरह हटा दिए गए हैं। यह कार्रवाई कानून के दायरे में की गई है और इसका उद्देश्य सभी धर्मों के प्रति समानता बनाए रखना है। हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन सभी के लिए नियमों का पालन करना अनिवार्य है।”
क्या है मामला?
रामगढ़ क्षेत्र में कुछ नागरिकों ने तेज आवाज में चलने वाले लाउडस्पीकरों को लेकर आपत्ति जताई थी। उनका कहना था कि यह शांति और नियमों के खिलाफ है। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने बताया कि धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकरों की आवाज को निर्धारित मानकों के भीतर रखना आवश्यक है। यदि कोई धार्मिक स्थल इस नियम का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
संतुलन की कोशिश:
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई किसी विशेष धर्म के खिलाफ नहीं है। “हमारा उद्देश्य सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार करना है। इसीलिए अन्य धार्मिक स्थलों पर भी लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर जांच की जाएगी,” एसपी रविशंकर ने कहा।
इस कदम को लेकर मिश्रित प्रतिक्रिया सामने आई है। कुछ लोग पुलिस की कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं और इसे क्षेत्र में शांति बनाए रखने की दिशा में उठाया गया कदम बता रहे हैं। वहीं, कुछ लोगों ने इसे धार्मिक मामलों में दखलअंदाजी करार दिया है।
नियम क्या कहते हैं?
भारतीय कानून के तहत सार्वजनिक स्थानों पर ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए ध्वनि सीमा निर्धारित है। धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर का इस्तेमाल केवल निर्धारित समय और ध्वनि सीमा के भीतर होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर का इस्तेमाल प्रतिबंधित है।
पुलिस का संदेश:
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें और शांति बनाए रखें। साथ ही, पुलिस ने चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में कोई नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल