मऊ। देश में “एक राष्ट्र एक चुनाव” के पक्ष में समर्थन की लहर तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में रविवार को भाजपा जिलाध्यक्ष रामाश्रय मौर्य ने मऊ व्यापार मंच के पदाधिकारियों के साथ गोष्ठी में संवाद किया।
हनुमान घाट स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर में आयोजित इस बैठक में व्यापारियों ने समवेत स्वर में “एक राष्ट्र एक चुनाव” के प्रस्ताव का समर्थन किया। मऊ व्यापार मंच के संयोजक श्रीराम जायसवाल ने कहा कि “एक राष्ट्र एक चुनाव” आज समय की सबसे बड़ी जरूरत बन चुका है।
चुनाव के लगातार खर्च पर जताई चिंता
श्रीराम जायसवाल ने कहा कि वर्तमान व्यवस्था में देश में हर वर्ष किसी न किसी स्तर का चुनाव चलता ही रहता है। इससे न केवल संसाधनों पर दबाव बनता है, बल्कि सरकार का भारी आर्थिक व्यय भी होता है।
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जनहित कार्यों पर असर डालती आचार संहिता
सहसंयोजक अंकित बरनवाल ने बताया कि बार-बार होने वाले चुनावों के कारण आचार संहिता लागू हो जाती है। इसकी वजह से महीनों तक जनहित की योजनाएं रुकी रहती हैं, जिससे आम जनता को असुविधा झेलनी पड़ती है।
चुनावी खर्च पर भी लगेगा अंकुश
व्यापार मंच के पदाधिकारी रवि खुशवानी ने कहा कि अलग-अलग समय पर चुनाव कराने से राजनीतिक दलों और सरकार दोनों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ पड़ता है। यदि “एक राष्ट्र एक चुनाव” की नीति लागू होती है तो इससे अनावश्यक खर्चों में कटौती होगी।
राष्ट्रहित में व्यापारियों का समर्थन
व्यापारी कैलाशचंद्र जायसवाल ने कहा कि “एक राष्ट्र एक चुनाव” राष्ट्रीय विकास के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। व्यापारी समाज सदैव राष्ट्रहित के मुद्दों पर एकजुट होकर समर्थन करता है।
व्यापारी समाज की एकजुटता
इस बैठक में निखिल खुशवानी, विजय वर्मा, सौरभ बरनवाल, तेज प्रताप तिवारी, दीपक जायसवाल, प्रिंस गुप्ता, संतोष सिंधी, अमरनाथ और जितेंद्र समेत कई व्यापारी उपस्थित रहे। सभी ने इस विचार को समर्थन देते हुए कहा — “हम साथ हैं।”