वहां बिहार के डीजीपी के.एस द्विवेदी भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे और उन्होंने डायल 100 के बारे में बात की. आपको बता दें कि डॉयल 100 का दायरा बढ़ाया जा रहा है. पहले डायल 100 स्थानीय थानों तक सीमित थी लेकिन अब इसका दायरा बढ़ाया जा रहा है. अब डायल 100 का कॉल पटना के कंट्रोल रूम में सीधे आएगा. इसके अंतर्गत फायर और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी काम चल रहा है.
के पटना में डायल 100 को और भी अधिक मजबूत करने की कवायद में लगा हुआ है. आज डॉयल 100 कार्यक्रम में सीएम भी पहुंचे. वहां बिहार के डीजीपी के.एस द्विवेदी भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे और उन्होंने डायल 100 के बारे में बात की.
आपको बता दें कि डॉयल 100 का दायरा बढ़ाया जा रहा है. पहले डायल 100 स्थानीय थानों तक सीमित थी लेकिन अब इसका दायरा बढ़ाया जा रहा है. अब डायल 100 का कॉल पटना के कंट्रोल रूम में सीधे आएगा. इसके अंतर्गत फायर और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी काम चल रहा है.
आपको बता दें कि पटना के एडीजी मुख्यालय में एसके सिंघल ने डॉयल 100 को लेकर प्रजेंटेशन दिया और बताया कि इसपर औसतन नौ हजार फोन हर दिन आते हैं. साथ ही अब प्रशासन डॉयल 100 को प्रभावी बनाने के लिए और भी काम कर रही है.
इसे मजबूत करने की दिशा में और भी अधिक प्रयास किया जाएगा. कार्यक्रम के दौरान यह भी कहा गया कि खराब होने पर फोन को जल्द से जल्द बनाया जाना चाहिए. फोन कंपनी के साथ करार होना चाहिए और हर थाने में दो ओपी वाहन होना चाहिए. साथ ही ये भी कहा गया कि मुख्य सचिव, डीजीपी और गृह विभाग के प्रधान सचिव के बीच हर माह बैठक होगी. शहर में सूचना के 20 मिनट और गांव में 35 मिनट में पुलिस पहुंचेगी.