इंदौर। नवरात्रि में शहर में कहीं भी अब बिजली चोरी मिली तो सीधे जिम्मेदारों को जेल की हवा खानी होगी। गरबा आयोजन के लिए लगभग 400 बड़े पांडाल बनते हैं और यहां हजारों किलोवाट बिजली नौ दिनों में जलती है। कंपनी ने सभी को निर्देश दिए हैं कि अस्थाई कनेक्शन लेकर ही आयोजन कराएं। तीन हजार रुपए शुरूआत में जमा कराए जाते हैं। इसके बाद यदि इससे ज्यादा बिजली खपत होती है तो यह राशि आयोजकों से ली जाती है। कंपनी को लगभग दस लाख रुपए की आय अस्थायी कनेक्शनों से होने की आय है।
एक अक्टूबर से होगी मां दुर्गा की आराधना –
एक अक्टूबर से मां दुर्गा की आराधना का पर्व नवरात्रि शुरू हो रहा है। शहर में परंपरा अनुसार गरबा के आयोजन सैकड़ों स्थानों पर होते हैं और इनमें भव्य आयोजन भी है जहां हजारों किलोवाट बिजली नौ दिनों में जलती है।
सख्त है निर्देश, चोरी का दोषी जाएगा जेल –
बिजली चोरी रोकने के लिए बिजली कंपनी को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे चोरी न करें और कनेक्शन ले लें। आयोजन के दौरान कंपनी शहर और ग्रामीण क्षेत्र में अलग-अलग निरीक्षण के लिए टीम बनाएगी और कहीं भी चोरी पाई जाती है तो पंचनामा बनाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। आयोजकों को बिजली चोरी के मामले में जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है।
टीमें की जाएगी तैनात –
शहर में लगभग 400 से बड़े पांडाल गरबा आयोजन के लिए बनते हैं। हर वर्ष यह आयोजन होते हैं। इनमें कई जगह आयोजक रसूखदार होते हैं अर्थात वे अस्थायी कनेक्शन नहीं लेते हैं और बिजली चोरी होती है। जिसका नुकसान कंपनी को उठाना पड़ता है। शहरी क्षेत्र के अधीक्षण यंत्री सुब्रतो राय का कहना है कि आयोजकों को अस्थायी कनेक्शन लेना ही होगा। कंपनी को इससे राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी और आयोजक भी परेशान नहीं होंगे। चोरी पकड़ने के लिए हर डिविजन में टीमें तैनात की जाएगी।